हरिद्वार। दो लोगों को मारने और कब्र खोदने वाले गुलदार को वन विभाग ने आदमखोर घोषित कर मारने की तैयारी कर ली है। वन विभाग ने उत्तराखंड समेत उप्र के तीन शिकारियों से इस संबंध में संपर्क भी किया है।
राजाजी टाइगर रिजर्व के जंगलों से सटे भेल के सेक्टर पांच में 27 अक्टूबर को गुलदार ने सुभाषनगर निवासी राजेंद्र को मार दिया था। इसके बाद दस जनवरी को आन्नेकी हेत्तमपुर निवासी मजदूर सुखराम को भी गुलदार ने मार दिया था। चार जनवरी को सुभाषनगर के क्षेत्र में शाम के समय खेत में गए पांवधोई ज्वालापुर निवासी इरफान उर्फ फन्नी को गुलदार ने घायल कर दिया था। यही नहीं कब्रिस्तान में गुलदार ने कब्रों को भी खोद दिया। एक बच्चे का अधखाया शव कब्र के बाहर मिला।
इसके बाद से गुलदार को आदमखोर घोषित करने की मांग होने लगी थी। रानीपुर विधायक आदेश चैहान ने भी इस मामले में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की थी। डीएफओ आकाश कुमार वर्मा ने बताया कि गुलदार को मारने के लिए पौड़ी, गैरसैंण व उप्र के मुरादाबाद के तीन शिकारियों से संपर्क किया गया है। शिकारियों के आते ही गुलदार को मारने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
पशुओं को बना रहा निवाला
गुलदार आबादी क्षेत्र में आकर हर दिन शिकार कर रहा है। जिसमें वह कभी कुत्तों तो कभी पालतू पशुओं को निवाला बना रहा है। पशुपालकों को गुलदार से अपने पशुओं को बचाने के लिए पहरा देना पड़ रहा है। गुलदार की दहशत इस कदर भेल व अन्य क्षेत्रों में फैली हुई है कि लोग शाम ढलते ही अपने बच्चों को लेकर घरों में दुबक जाते हैं।
भेल के बरातघर तक पहुंचा गुलदार
भेल के बरातघर के समीप मंगलवार की रात को गुलदार देखा गया। जिससे लोगों में दहशत है। वन विभाग गुलदार नहीं आने की बात कह रहा है। रेंजर दिनेश प्रसाद नौडियाल का कहना है कि रात में गुलदार को लेकर टीमें गश्त पर थी। वह दिखाई नहीं दिया।
बोले लोग
शिवालिक नगर निवासी संजीव चैधरी के मुताबिक, गुलदार की दहशत से अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने में डर रहे हैं। गुलदार को जल्द से जल्द मारकर लोगों की राहत दिलाई जाए। गुलदार को जल्द नहीं मारा गया तो धरना-प्रदर्शन शुरू किया जाएगा।
संजीव कुमार के अनुसार आदमखोर गुलदार लोगों की जान का दुश्मन बन चुका है। ऐसे में गुलदार से लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित कराए जाने के लिए उसे मारना ही एक विकल्प है। वन विभाग शिकारियों को गुलदार को मारने के लिए जल्द बुलाए।
सुभाषनगर निवासी अवरिंद का कहना है कि वन विभाग गुलदार को पहले तो पकडने में लापरवाही करता रहा, जिससे पिंजरे लगाकर भी गुलदार नहीं पकड़ा जाना अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। लोगों की जान की सुरक्षा जंगली जानवरों से करना वन विभाग की जिम्मेदारी है।
टिहरी विस्थापित कालोनी निवासी विजय धीमान के अनुसार, गुलदार रोजाना रात में शिकार करने के लिए आबादी क्षेत्र में आ जाता है। जिससे बच्चों की सुरक्षा को लेकर खतरा बना रहता है। जितने भी गुलदार आबादी तरफ रुख करते हैं, उन्हें मारने के आदेश जारी करने चाहिए।
आदमखोर गुलदार न पकड़ने पर विधायक नाराज
हसक गुलदार से राहत नहीं दिला पाने पर विधायक ने वन विभाग के प्रति कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि गुलदार को मारने के आदेश जारी किए जाएं या फिर उसे ट्रैंकुलाइज किया जाए। बिल्वकेश्वर कॉलोनी स्थित वन विभाग के प्रभाग दफ्तर में रानीपुर विधायक आदेश चैहान ने डीएफओ आकाश कुमार वर्मा से मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि गुलदार के हमले में कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जिससे क्षेत्र के लोगों में भय है। जिसके कारण लोगों का घर से बाहर निकलना दुर्भर हो गया है। अभी तक गुलदार के न पकड़े जाने के कारण लोगों में वन विभाग के प्रति रोष बढ़ता जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री से गुलदार को मारने या ट्रैंकुलाइज करने के लिए वार्ता की थी। जिसमें सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
विधायक आदेश चैहान ने कहा कि वह बीएचईएल अधिकारियों से वार्ता कर राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क की सुरक्षा दीवार की मरम्मत कराने के लिए भी वार्ता करेंगे। यहां सोलर फेंसिंग भी लगवाई जाएगी। जिससे गुलदार से लोगों को राहत मिल सके। इस मौके पर शिवालिकनगर भाजपा मंडल अध्यक्ष डॉ. अंबरीश शर्मा, युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष आलोक चैहान, सभासद अशोक मेहता, राधेश्याम, पवनदीप, उमेश पाठक, ऋषभ शर्मा, तुषार गौड़, पंकज चैहान, शशिभूषण, हरेंद्र आदि मौजूद रहे।