अप्रैल में होने वाले मुख्य शाही स्नानों के लिए आठ दिन का ट्रैफिक प्लान मेला पुलिस ने सोशल मीडिया पर जारी कर दिया है। यह प्लान आठ अप्रैल से 15 अप्रैल तक प्रभावी रहेगा। करोड़ों श्रद्धालुओं के हरिद्वार पहुंचने की उम्मीद को देखते हुए यातायात व्यवस्था बनाए रखने और भीड़ को नियंत्रित के लिए रूट प्लान जारी किया गया है। ट्रैफिक प्लान के मुताबिक शहर में किसी भी तरह के वाहनों को नहीं आने दिया जाएगा। बड़े और छोटे दोनों तरह के वाहनों के लिए प्लान जारी किया गया है। वहीं शटल बसें भी चलाने की प्लानिंग की गई है। हालांकि पिछले शाही स्नान में शटल बस सेवा नहीं चलाई गई थी।
जारी प्लान के मुताबिक दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर की ओर से आने वाले बड़े वाहन मंगलौर एवं रुड़की मैटाडोर तिराहा से लक्सर रोड, सुल्तानपुर फेरुपुरसे मातृसदन होकर दक्षद्वीप पार्किग में आएंगे। इन वाहनों को सिंहद्वार से बहादराबाद-रुड़की होकर वापस भेजा जाएगा। इस मार्ग पर यातायात का दवाब ज्यादा होने पर को मेरठ, मवाना, बिजनौर अथवा मुजफ्फरनगर, जानसठ, मीरापुर, बिजनौर, नजीबाबाद रोड से लाकर गौरीशंकर पार्किंग पर भी पार्क कराया जाएगा और इसी मार्ग से इनको वापस भेजा भी जाएगा। जबकि छोटे वाहनों को लक्सर रोड के लिए डायवर्ट किया जाएगा।
सहारनपुर की ओर से आने वाले बड़े और छोटे वाहनों को बड़कला, छुटमलपुर, गागलहेड़ी से भगवानपुर होते हुए ईमलीखेड़ा, धनौरी पुल पार कर करते हुए कांवड़ पटरी से काली माता तिराहे के सामने से बीएचईएल तिराहे से सलेमपुर पिकेट मोड़ से राजा बिस्कुट तिराहे से सिडकुल मार्ग किरबी चौराहे से चिन्मय डिग्री कॉलेज से शिवालिक नगर तिराहे, बीएचईएल मध्य मार्ग से लाकर सेक्टर-04 पीठ के पीछे एवं फाउंड्री गेट के सामने से दाहिने मोड़कर धीरवाली पार्किंग में पार्क कराया जाएगा। इन वाहनों की वापसी शिवालिक नगर तिराहा से बैरियर नं. 6, ख्याति ढाबे से बोंगला बाईपास से रुड़की राजमार्ग- 58 से होकर करायी जाएगी।
नजीबाबाद और कोटद्वार मार्ग से आने वाले बड़े वाहन और छोटे वाहनों को नजीबाबाद-हरिद्वार मार्ग से आने वाले सभी प्रकार के बड़े वाहन 4.2 किमी से गौरीशंकर से नीलधारा पार्किंग में लाए जाएंगे। इन वाहनों को कोटद्वार से एंट्री कराई जाएगी।
देहरादून ऋषिकेश मार्ग से आने वाले वाहनों को दूधियाबंध कृषि भूमि पर बनी पार्किंग पर पार्क कराया जाएगा। इस पार्किंग के भर जाने पर देहरादून, ऋषिकेश की तरफ से आने वाली सभी बड़ी गाड़ियों को मोतीचूर रेलवे फाटक के पास मोतीचूर-रोह पर बने पार्किंग में पार्क किया जाएगा। जबकि छोटे वाहनों को हरिपुर कलां मार्ग से होकर सप्तऋषि आश्रम के सामने सप्तऋषि पार्किंग स्थल पर पार्क कराया जाएगा। इनकी वापसी पुरानी भूपतवाला चौकी से दाहिने मुड़कर मुख्य मार्ग से वापस भेजा जाएगा।
दिल्ली रूट से आने वाले रोडवेज की बसों को पुरकाजी के पास से लक्सर रोड के लिए डायवर्ट किया जाएगा। ये वाहन लक्सर मार्ग से हरिद्वार के पास तक पहुंच सकेंगे। सहारनुपर से आने वाली रोडवेज की बसों को छुटमलपुर, गागलहेड़ी से भगवानपुर होते हुए ईमलीखेड़ा, धनौरी पुल से धीरवाली पार्किंग में बने अस्थाई बस अड्डे पर पार्क कराया जाएगा। नजीबाबाद कोटद्वार मार्ग से आने वाली रोडवेज बसों को 4.2 किमी से गौरीशंकर के पार्किंग में भेजा जाएगा। ऋषिकेश देहरादून की ओर से आने वाली उत्तराखंड और हिमाचल राज्य परिवहन की बसों को दूधाधारी चौक से मोतीचूर रेलवे स्टेशन के पास बने निर्धारित पार्किंग स्थल पर पार्क कराया जाएंगा।
यह रहेगा शहर के अंदर का प्लान
हरिद्वार। शहर के अंदर के लिए अलग से प्लान बनाया गया है। दोपहिया और तीन पहिया वाहनों को शहर के अंदर किसी भी सूरत में नहीं आने दिया जाएगा। ज्वालापुर की ओर से आने वाले वाहनों को भगत सिंह चौक और कनखल की ओर से आने वाले वाहनों को हरिराम आर्य इंटर कॉलेज पर रोका जाएगा। उत्तरी हरिद्वार के वाहनों को खड़खड़ी से पहले ही बंद करा दिया जाएगा और सिडकुल से आने वाले वाहनों को भेल में ही रोक दिए जाएंगे। यहां इनके लिए अस्थाई पार्किंग बनाई गई है।
रुड़की बहादराबाद की ओर से आने वाले दोपहिया और तीन पहिया वाहनों को बहादराबाद, ज्वालापुर से पुल जटवाड़ा पार कर रेल चौकी, भगत सिंह चौक से हिल बाईपास पर रोडवेज वर्कशाप के सामने बने पार्किंग स्थल पर पार्क कराया जाएगा तथा इसी मार्ग से वापस भेजा जाएगा। जबकि लक्सर और कनखल मार्ग से आने वाले वाहनों को बूढ़ी माता तिराहे से सतीकुंड होते हुए देश रक्षक तिराहे से दाहिने मोड़कर बंगाली मोड़ से वाया महात्मा गांधी मार्ग से डॉ. हरिराम इंटर कालेज लाकर पार्क कराया जाएगा। शिवालिकनगर, रोशनाबाद, और भेल मार्ग से आने वाले वाहनों को नेहरू युवा केंद्र के पीछे बनी पार्किग पर पार्क किए जाएंगे.