फाल्गुन मास की महाशिवरात्रि का पर्व एक मार्च को हैं। ऐसे में शिवभक्त कांवड़ियों का हरिद्वार आगमन होने लगा है। श्रद्धालु कांवड़ में गंगाजल भर अपने गंतव्यों की तरफ रवाना होने लगे है। इसके साथ ही कांवड़ व कांवड़ियों की ड्रेस की बिक्री भी तेज हुई है।
कोरोना काल में पिछले दो साल से श्रावण मास के साथ ही फाल्गुन मास की महाशिवरात्रि पर कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा हुआ था। इस बार कोरोना संक्रमण के कम होने के चलते दिल्ली, यूपी, पंजाब, हरियाणा के कांवड़ यात्रियों का हरिद्वार में आगमन शुरू हो गया है।
इसके साथ ही हरकी पैड़ी पर कांवड़ियां गंगा जल कांवड़ में रखकर अपने गंतव्यों की तरफ भी रवाना होने लगे। फाल्गुन मास की कांवड़ यात्रा से इस बार स्थानीय दुकानदारों को भी काफी उम्मीद हैं। कांवड़ यात्रा से सबसे ज्यादा राहत पिछले दो साल से कारोना की मार झेल रहे कांवड़ बनाने वाले कारीगरों को मिलेगी। वहीं कांवड़ियों की वेशभूषा बेचने वाले दुकानदारों के चेहरे भी खिल उठे हैं।