हरिद्वार : सोमवती अमावस्या के मौके पर सोमवार को उत्तराखंड के विभिन्न गंगा घाटों और अन्य नदियों के घाटों पर लोगों द्वारा पुण्य की डुबकी लगाने का सिलसिला जारी है। हरिद्वार और ऋषिकेश के गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा हुआ है। स्नान और दान का क्रम लगातार जारी है। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार के मुताबिक सुबह 10 बजे तक 22 लाख श्रद्धालु हरिद्वार में स्नान कर चुके हैं।
रविवार को दोपहर दो बजकर 54 मिनट के बाद लगी अमावस्या तिथि
इससे पहले सोमवती अमावस्या के अलावा सप्ताहांत और चारधाम यात्रा के चलते धर्मनगरी में रविवार को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा रहा। सोमवती अमावस्या स्नान पर हरकी पैड़ी समेत अन्य गंगा घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।
सोमवार को भी सोमवती अमावस्या का स्नान
स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पूजा-अर्चना की। दोपहर दो बजकर 54 मिनट के बाद अमावस्या तिथि लगने से घाटों में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई। सोमवार को भी सोमवती अमावस्या का स्नान है। वहीं, हाईवे और संपर्क मार्गों पर वाहनों के दबाव से जगह-जगह जाम लगता रहा।
गंगा स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु आते हैं धर्मनगरी
सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु धर्मनगरी आते हैं। इन दिनों चारधाम यात्रा भी चल रही है। इसके अलावा सप्ताहांत के चलते भी धर्मनगरी में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई है। इसके चलते होटल, लाज, गेस्ट हाउस, धर्मशाला आदि श्रद्धालुओं से पूरी तरह फुल हैं।
हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर स्नान करने वालों की सबसे ज्यादा भीड़ है। गंगा स्नान के साथ ही श्रद्धालु दान पुण्य कर मंदिरों के दर्शन कर रहे हैं। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते हर की पैड़ी की प्रबंध कारिणी संस्था श्री गंगा सभा और पुलिस प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सुरक्षा को व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
गंगा घाटों पर जगह -जगह पुलिसकर्मी तैनात है। मान्यता है कि आज के दिन गंगा स्नान करने से परिवार में सुख समृद्धि आती है। पंडित डा शक्तिधर शर्मा शास्त्री ने बताया कि शिव पुराण में भी सोमवती अमावस्या का उल्लेख है। पुराण और उपनिषदों में बताया गया है कि सोमवार के दिन सूर्य और चंद्रमा एक साथ होकर जब अमावस्या का निर्माण करते हैं तो उस दिन समस्त पितरों का ध्यान पृथ्वी लोक पर होता है।
700 पुलिसकर्मी और छह कंपनी पीएसी तैनात
हालांकि पुलिस प्रशासन की ओर से स्नान पर्व को लेकर व्यापक तैयारियां की गई हैं। पूरे मेला क्षेत्र को पांच सुपर जोन, 16 जोन और 39 सेक्टरों में बांटा गया है। अलग-अलग जिलों से पुलिस फोर्स भी मंगवाई गई है। 700 पुलिसकर्मी और छह कंपनी पीएसी भी तैनात की गई है। भारी वाहनों की शहर में नो एंट्री है।