हरिद्वार। मध्य हरिद्वार के एक ज्वैलरी शोरूम में नकाबपोश बदमाशों ने दिनदहाड़े डकैती को अंजाम देकर सनसनी फैला दी। बदमाशों ने हथियारों के बल पर शोरूम मालिक सहित कर्मचारियों को बंधक बना लिया और करोड़ों के जेवरात व लाखों की नकदी समेटकर फरार हो गए। पूरी वारदात शोरूम के सीसीटीवी में कैद हो गई है। डकैती से गुस्साए सर्राफा कारोबारियों ने बदमाशों की जल्द गिरफ्तारी की मांग करते हुए दुकानें बंद करने की चेतावनी दी है। पुलिस व एसओजी की टीमें बदमाशों की तलाश में जुटी हैं।
पुलिस के मुताबिक शंकर आश्रम से चंद्राचार्य चौक के बीच ज्वालापुर निवासी निपुन गुप्ता का मोरा तारा ज्वैलरी शोरूम है। गुरुवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे निपुन गुप्ता शोरूम में बैठे थे। बाहर गेट पर सिक्योरिटी गार्ड के अलावा दो पुरुष व तीन महिलाकर्मी शोरूम के अंदर मौजूद थे। तभी दो नकाबपोश अंदर आए और सैनिटाइजर इस्तेमाल करने लगे। इससे पहले कोई कुछ समझ पाता, पीछे से चार बदमाश और अंदर आ गए। दो बदमाश तमंचे के बल पर शोरूम मालिक निपुन गुप्ता सहित कर्मचारियों को अंदर रसोई व कार्यालय में ले गए और रस्सी से हाथ-पैर बांधकर बंधक बना लिया। बाकी चार बदमाशों ने शोरूम से करोड़ों रुपये के सोने-चांदी व हीरे के जेवरात तीन बैग में भर लिए। करीब 25 मिनट में पूरी वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश फरार हो गए। काफी देर बाद शोरूम मालिक व कर्मचारियों ने एक दूसरे के हाथ-पांव खोले और बाहर आकर पुलिस को सूचना दी। दिनदहाड़े डकैती की सूचना से पुलिस में भी हड़कंप मच गया।
एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, ज्वालापुर कोतवाल चंद्र चंद्राकर नैथानी, इंस्पेक्टर प्रवीण कोश्यारी, एसओजी प्रभारी रणजीत तोमर मौके पर पहुंचे। फारेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने भी मौके पर पहुंचकर सुराग जुटाए। सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष नीरज गुप्ता सहित शहर के सर्राफा कारोबारी भी शोरूम पहुंच गए और घटना पर नाराजगी जताते हुए प्रतिष्ठान बंद करने की चेतावनी दी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस ने भी घटनास्थल का जायजा लेकर पुलिस टीमों को निर्देश दिए। एसएसपी ने बताया कि बदमाशों की तलाश में पुलिस व एसओजी की टीमें गठित कर दी गई हैं। जल्द ही बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
रेकी के बाद दिया घटना को अंजाम
बदमाशों ने दिनदहाड़े जितनी आसानी से डकैती को अंजाम दिया है, उससे यह साफ है कि रेकी के बाद घटना की गई है। बदमाश हरिद्वार के भौगोलिक परिवेश से वाकिफ थे। इसलिए चंद मिनट में वह आंखों से ओझल हो गए। पुलिस भी यह मानकर चल रही है कि घटना से पहले बदमाशों ने निश्चित तौर पर रेकी की होगी। यह भी संभव है कि कई दिन पहले से बदमाश शोरूम पर नजर रख रहे होंगे।
पश्चिमी उप्र के बदमाशों पर शक
बोल-चाल, कदकाठी और घटना को अंजाम देने के तौर तरीके से पुलिस का पहला शक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदमाशों पर है। पुलिस और एसओजी की टीमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदमाशों की कुंडली खंगालने में जुट गई हैं। पिछले दिनों जेल से छूट कर आए बदमाशों के बारे में भी जानकारी ली जा रही है। खासतौर पर मुजफ्फरनगर, मेरठ, सहारनपुर और बिजनौर के बदमाश पुलिस के राडार हैं।
सिक्योरिटी गार्ड के पास नहीं थी बंदूक
शोरूम में सुरक्षा की नाम मात्र व्यवस्था थी। शोरूम के बाहर गार्ड जरूर तैनात था, लेकिन, उसके पास कोई हथियार नहीं था। इसलिए बदमाशों ने शोरूम मालिक सहित पूरे स्टाफ को बंधक बनाकर घटना को अंजाम दिया।
छह से अधिक थी बदमाशों की संख्या
दिनदहाड़े डकैती को अंजाम देने वाले बदमाशों की संख्या छह से अधिक रही होगी। शोरूम के अंदर छह बदमाश घुसे, लेकिन, हो सकता है कि कुछ बदमाश शोरूम के बाहर भी रहे होंगे। पुलिस को उनके कुछ और साथी शोरूम के बाहर मौजूद होने का भी पूरा शक है। घटना के बाद वह दो से तीन बाइकों पर फरार हुए हैं।
हरिद्वार में पहली बार हुई ज्वैलर्स शोरूम में डकैती
हरिद्वार: शहर में दिनदहाड़े किसी शोरूम में घुसकर डकैती की घटना हरिद्वार में पहली बार हुई है। हालांकि बैंक में डकैती की घटनाएं कुछ साल पहले सामने आ चुकी हैं। साल 2004 में बदमाशों ने इलाहाबाद बैंक के अंदर घुस कर डकैती की घटना को अंजाम दिया था। वर्ष 2009 में ङ्क्षसडिकेट बैंक में भी डकैती की वारदात हुई थी। करीब आठ साल पहले शिवालिक नगर के एक ज्वेलर्स शोरूम में लूट की घटना जरूर हुई थी, लेकिन कुछ ही मिनटों में पुलिस ने पकड़ लिया था। जनपद में साल 2018 में कलियर और कनखल थानाक्षेत्रों में 15 दिन के भीतर डकैती की दो वारदात हुई थी।