रूड़की। संवाददाता। जहरीली शराब मामले में पुलिस ने केमिकल की सप्लाई करने वाले रुड़की तीन कारोबारी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने अर्जुन को आईपीए (आइसो प्रोफाइल एल्कोहल) के ड्रम सप्लाई किए थे। रुड़की से सप्लाई किए गए केमिकल से उत्तर प्रदेश के पुंडेन गांव में तैयार की गई जहरीली शराब से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में 129 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 100 से अधिक लोगों का उपचार विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। इस मामले में हरिद्वार पुलिस पांच लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
गुरुवार को रुड़की कोतवाली में आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी देहात नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि 7 फरवरी की रात के जहरीली शराब पीने से बाल्लूपुर और आसपास के गांव में कई लोगों की मौत का सिलसिला शुरू हो गया था। इस मामले की जांच में पुलिस ने पहले तो 10 फरवरी को शराब की सप्लाई करने वाले सोनू और फकीरा निवासी बाल्लूपुर को गिरफ्तार किया था। दोनों ने बताया कि उन्होंने यह शराब उप्र के सहारनपुर जिले के पुंडेन गांव से सरदार हरदेवा और उसके पिता सुखविन्दर उर्फ सुक्खा से खरीदी थी।
उन दोनों को 11 फरवरी को गिरफ्तार किया गया। दोनों ने पूछताछ के दौरान बताया कि उन्होंने जिस केमिकल से शराब बनाई थी, वह उन्होंने भगवानपुर थाना क्षेत्र के डाडली गांव निवासी अर्जुन से खरीदी थी। इसके बाद 12 फरवरी को पुलिस ने अर्जुन को गिरफ्तार किया था। अर्जुन ने पुलिस को बताया कि उसने यह केमिकल रुड़की के एक कारोबारी से खरीदा। एसपी देहात ने बताया कि अर्जुन से पूछताछ के बाद पता चला कि उसने रुड़की के एसी सैलूलॉज प्रो. लि. फार्म के रामनगर निवासी सचिन गुप्ता ने केमिकल लेना चाहा, लेकिन सचिन गुप्ता ने बिना जीएसटी नंबर के केमिकल देने से इंकार कर दिया।
इसके बाद अर्जुन ने गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के गांधीनगर निवासी अधिवक्ता मनोज कुमार से संपर्क किया। मनोज कुमार ने बताया कि वह अपने जीएसटी नंबर पर माल दिलवा देगा। इस सचिन गुप्ता ने फर्म के मालिक अमित गुप्ता निवासी शालीमार पार्क भोलानाथ नगर शाहदरा दिल्ली और श्री इंटरप्राइजेज फर्म के विपिन गुप्ता निवासी मकतूलपुरी कोतवाली गंगनहर से संपर्क किया। इसके बाद अर्जुन को चार ड्रम केमिकल की सप्लाई की गई। इस पर अर्जुन ने बताया कि दो ड्रम केमिकल खराब है।
जिस पर दो ड्रम वापस कर उसको दोबारा से चार ड्रम दिए गए। इस तरह से छह ड्रम की बिक्री हुई है। उन्होंने बताया कि जिस केमिकल से शराब बनी है, वह रुड़की के काशीपुर स्थित गोदाम में मिल गया है। उसका सैंपल विधि विज्ञान प्रयोगशाला को भेज दिया है। उन्होंने कहा कि जिस आईपीए की वह बिक्री कर रहे थे वह उसके अधिकृत ही नहीं है। ड्रग लाइसेंस में कवर नहीं होता है। उन्होंने बताया कि बद्दी, दिल्ली और मुंबई से यह केमिकल रुड़की सप्लाई किया गया है। इसलिए वहां पर टीम भेजी जा रही है। ताकि पता चल सके किस आधार पर इस केमिकल की सप्लाई की गई है। इसके अलावा कुछ अन्य लोगों की गिरफ्तारी भी होनी है।