देहरादून। संवाददाता। एक बार फिर चमोली के औली में अंतराष्ट्रीय बर्फीली रेस यानी आईस स्कीइंग होने जा रही है। अंतरराष्ट्रीय आयोजन को कराने की सबसे बड़ी वजह यह है कि यहां कृत्रिम बर्फ बना के विंटर गेम्स अंतरराष्ट्रीय आयोजन की तैयारी हो रही है। इंटरनेशनल फेडरेशन के नियमों के मुताबिक स्कीइंग के लिए बर्फीले स्लोप होने तो जरूरी हैं ही, बर्फबारी न होने की दशा में वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर स्नो मेकिंग सिस्टम भी होना चाहिए। साउथ एशियाई विंटर गेम्स के दौरान औली में स्की की अनुमति भी इसी शर्त पर मिली थी। हालांकि, तब से कृत्रिम बर्फ बनाने वाली मशीनें बंद पड़ी हैं। अब इन्हें चालू करने के लिए टेक्निकल एक्सपट्र्स बुलाए जा रहे हैं।
विंटर गेम्स एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के संरक्षक एसएस पांगती के मुताबिक सरकार के सहयोग से ही अंतरराष्ट्रीय आयोजन की तैयारी की जा रही है। इस बारे में सरकार से वार्ता भी हुई है। स्नो मेकिंग सिस्टम चालू करने के लिए एक्सपट्र्स बुलाए जा रहे हैं। कहा कि यह प्रतियोगिता औली को इंटरनेशनल स्की रिसोर्ट के रूप में स्थापित कर सकती हैं। स्नो मेकिंग सिस्टम चालू हालात में रहने से हम ऑफ सीजन में भी यह स्कीइंग कर सकते है। इससे विदेशी सैलानी भी आकर्षित होंगे, जो पर्यटन की दृष्टि से बेहद फायदेमंद है।