उत्तराखंड : भाजपा के दो दिग्गजों, खंडूड़ी-भगत का चुनाव लड़ने से इनकार, नए चेहरों की तलाश

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प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट के अनुसार पौड़ी गढ़वाल सीट से मौजूदा सांसद खंडूड़ी ने उम्र और स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उनके अलावा भगत दा ने भी साफ किया है कि अब युवाओं को मौका दिया जाना चाहिए। 

देहरादून :  राज्य में लोकसभा की दो सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों का बदला जाना लगभग तय हो गया है। भाजपाई दिग्गजों द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद भुवन चंद्र खंडूड़ी और भगत सिंह कोश्यारी के मन की थाह लेने के बाद यह स्थिति बन रही है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट के अनुसार पौड़ी गढ़वाल सीट से मौजूदा सांसद खंडूड़ी ने उम्र और स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उनके अलावा भगत दा ने भी साफ किया है कि अब युवाओं को मौका दिया जाना चाहिए।

उधर, प्रांतीय नेतृत्व की ओर से पांचों सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों का पैनल शुक्रवार को दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को सौंप दिया गया। सूत्रों की मानें तो इसमें 17 लोगों के नाम शामिल हैं। भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक दिल्ली में बुलाई गई है। संभावना जताई जा रही कि 18 मार्च की बैठक में इस पर फैसला होगा।

प्रदेश भाजपा की ओर केंद्रीय नेतृत्व को सौंपे गए पैनल में मौजूदा सांसदों के नाम भी शामिल हैं। इस बीच पौड़ी गढ़वाल सीट से सांसद भुवन चंद्र खंडूड़ी और नैनीताल से सांसद भगत सिंह कोश्यारी भगतदा के चुनाव लड़ने को लेकर अनिच्छा व्यक्त किए जाने की खबरों के बाद प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट एवं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिल्ली में खंडूड़ी से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने भगत सिंह कोश्यारी से भी बातचीत की।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भट्ट के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री खंडूड़ी ने चुनाव लड़ने  से इनकार कर दिया है। उनके द्वारा कहा गया कि वह भाजपा के सिपाही हैं और चुनाव प्रचार में भी जुटेंगे। भट्ट के अनुसार सांसद खंडूड़ी ने कहा कि कोई कहीं जा रहा है, उन्हें इससे कोई लेना-देना नहीं है। उनके यह कहने पर खंडूड़ी के पुत्र मनीष के संबंध में कोई चर्चा नहीं की गई।

उन्होंने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी से भी बातचीत की गई। उन्हें बताया गया कि पैनल में उनका भी नाम है और पार्टी के सर्वोच्च नेता हैं। इस पर भगतदा ने कहा कि वे पहले ही कह चुके हैं कि अब युवाओं को मौका दिया जाना चाहिए।

भट्ट के अनुसार दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों से राज्य की पांचों लोकसभा सीटों के संबंध में भी राय-मशविरा लिया गया। पूछे जाने पर भट्ट ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री खंडूड़ी के इनकार के बाद पौड़ी सीट पर प्रत्याशी बदला जा सकता है। नैनीताल सीट के संबंध में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा।

प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों के लिए भाजपा के प्रांतीय नेतृत्व ने 36 नामों की सूची तैयार की थी। पार्टी सूत्रों के अनुसार इन नामों पर विचार कर विभिन्न कसौटियों पर तौला गया और फिर 17 नाम फाइनल किए गए। इन्हीं नामों की सूची राष्ट्रीय नेतृत्व को सौंपी गई है।

सूत्रों की मानें तो पैनल में पौड़ी सीट से भुवन चंद्र खंडूड़ी, तीरथ सिंह रावत, शौर्य डोभाल व एडमिरल ओपी राणा, टिहरी सीट से महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह, महावीर रांगड़, मुन्ना सिंह चौहान, विजय बहुगुणा, हरिद्वार से डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, मदन कौशिक व नरेश बंसल, नैनीताल सीट से भगत सिंह कोश्यारी, अजय भट्ट व पुष्कर धामी और अल्मोड़ा सीट से अजय टम्टा, रेखा आर्य व चंदन रामदास के नाम पैनल में शामिल हैं।

सूत्रों ने बताया कि पैनल में पौड़ी से कर्नल अजय कोठियाल (सेनि) और टिहरी से संत गोपालमणि के नाम शामिल नहीं हैं, मगर ये भी दावेदारों की दौड़ में बने हुए हैं। उधर, प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि हमने पैनल केंद्रीय नेतृत्व को दे दिया है।

यदि कहा जाएगा कि इसमें छंटनी करो तो की जाएगी या फिर केंद्रीय नेतृत्व अपने फीडबैक के आधार पर ही नाम छांट लेगा। उन्होंने कहा कि कौन-कौन प्रत्याशी होंगे, इसे लेकर जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगी।

लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन की मशक्कत में जुटी भाजपा पूरी सावधानी बरत रही है। इस कड़ी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट समेत अन्य नेताओं ने शुक्रवार को दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री एवं गढ़वाल सीट से मौजूदा सांसद मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूड़ी (सेनि) से मुलाकात कर चुनाव लड़ने और न लड़ने के मद्देनजर उनके मन की थाह लेने का प्रयास किया। खंडूड़ी के अनुसार मैने कहा- मेरी उम्र काफी अधिक है। मुझे नहीं लड़ना चाहिए। बाकी जैसा पार्टी चाहेगी।

भाजपा ने राज्य की पांच लोकसभा सीटों के लिए पैनल तैयार कर केंद्रीय नेतृत्व को सौंप दिया है। इसमें गढ़वाल सीट से मौजूदा सांसद खंडूड़ी का नाम भी शामिल है। खंडूड़ी ने पूर्व में अपनी अधिक उम्र का हवाला देते हुए चुनाव लड़ने  को लेकर अनिच्छा जताई थी। तब से यह सवाल हर किसी की जुबां पर है कि वह चुनाव लड़ेंगे अथवा नहीं।

माना जा रहा कि इस पर स्थिति स्पष्ट करने के मद्देनजर ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट की अगुआई में भाजपाई दिग्गजों ने शुक्रवार को दिल्ली स्थित निवास पर खंडूड़ी से मुलाकात की। बताते हैं कि इस दौरान लोकसभा चुनाव समेत कई मसलों पर काफी देर तक चर्चा हुई।

भाजपाई दिग्गजों की खंडूड़ी से मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में भी तेजी से चर्चा फैली। साथ ही उनके चुनाव लडऩे या न लड़ने को लेकर फिर से कयासबाजी का दौर शुरू हो गया। यही नहीं, वरिष्ठ पार्टी नेता खंडूड़ी के पुत्र मनीष के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा भी जोरों पर है। भाजपा नेताओं की खंडूड़ी से मुलाकात को इस बारे में स्थिति साफ करने की कड़ी से भी जोड़कर देखा जा रहा है।

देर शाम संपर्क करने पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद खंडूड़ी ने बताया कि मुख्यमंत्री, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष समेत अन्य नेताओं की उनसे सामान्य बातचीत हुई। चुनाव को लेकर भी बात हुई। उन्होंने कहा कि वह पहले भी कह चुके हैं उनकी उम्र काफी अधिक है। लिहाजा उन्हें चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। बाकी जैसा पार्टी चाहेगी। यही बात उन्होंने मुख्यमंत्री समेत भाजपा नेताओं से कही।

मनीष की मनीष ही जाने 

पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता खंडूड़ी ने उनके पुत्र मनीष के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने दो टूक कहा, ‘मनीष की मनीष ही जाने। मुझे कुछ नहीं कहना।

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