चम्पावत : चंपावत जिले में घूमने आए गुजरात के तीन पर्यटन आलवेदर रोड पर नौ दिनों से स्वाला में फंसे हुए हैं। दोनों और से सड़क बंद होने के कारण मझधार में फंसे ये पर्यटक अब बोर होने लगे हैं। सोमवार को स्वाला से टनकपुर तक की सड़क खुलने पर इन्होंने राहत की सांस ली है, लेकिन धौन-स्वाला के बीच सड़क बंद होने के कारण ये लोग जिला मुख्यालय नहीं पहुंच पा रहे हैं। पर्यटकों का कहना है कि आज शाम तक चम्पावत तक का मार्ग नहीं खुला तो वे मंगलवार को वापस गुजरात लौट जाएंगे।
जिले में पिछले दिनों अतिवृष्टि से आई आपदा न केवल स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत बनी बल्कि बाहरी राज्यों से आने वाले मेहमान पर्यटकों के लिए भी परेशानी का कारण बन गई। जिले में कई पर्यटक विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं। गुजरात के बड़ौदा से चम्पावत जिले की सैर पर निकले तीन पर्यटक 17 अक्टूबर की शाम 6:30 बजे से स्वाला में फंसे हुए हैं। 72 वर्षीय अरविंद भाई पटेल, 65 वर्षीय संजय चित्रे और 75 वर्षीय दंजी भाई परमार 16 अक्टूबर को बड़ौदा से अपनी कार से निकले।
17 अक्टूबर की शाम वे चल्थी पहुंचे। जैसे ही कठौल नामक स्थान पर पहुंचे इनकी कार संख्या- जीजे 06जेएम, 2470 खराब हो गई। जिसके बाद इन्होंने दूसरी गाड़ी से चम्पावत निकलने का प्रयास किया लेकिन कोई वाहन नहीं मिला। मुश्किल से चम्पावत के टैक्सी चालक दीपक जोशी से इनका संपर्क हुआ और वह पर्यटकों को लाने के लिए कठौल पहुंचा।
शाम 7:30 बजे जैसे ही दीपक पर्यटकों को लाकर किमी संख्या 106, धौन-स्वाला के बीच पहुंचा। स्वाला में रोड बंद हो गई। उसके बाद 18 और 19 अक्टूबर को अतिवृष्टि ने तबाही ला दी और पूरा एनएच एक दर्जन से अधिक स्थानों पर बंद हो गया। यही नहीं चल्थी के पास 40 मीटर रोड पूरी तरह बह गई। जिसके बाद गुजराती पर्यटक वापस टनकपुर की ओर भी नहीं जा पाए। तब से वे स्वाला के पास एक होटल में ठहरे हुए हैं।
बस आज का है इंतजार
गुजरात से आए पर्यटकों ने बताया कि सोमवार (आज) को चम्पावत जाने का रास्ता नहीं खुलता है तो वे मंगलवार को वापस गुजराज लौट जाएंगे। वे सिर्फ 11 दिनों के टूर के लिए चम्पावत आए थे। सोमवार को उन्हें घर से निकले 10 दिन हो गए हैं। पर्यटक संजय चित्रे चम्पावत में पहले कई बार आ चुके हैं। इस बार वे अपने साथ दो अन्य लोगों को भी लाए थे।
प्रशासन भी असहाय
एनएच दोनों तरफ से बंद होने के कारण प्रशासन भी बीच सड़क पर फंसे यात्रियों एवं पर्यटकों की मदद नहीं कर पा रहा है। एसडीएम अनिल चन्याल ने बताया कि सोमवार की सुबह चल्थी में आवागमन सुचारू होने के बाद अब टनकपुर तक मार्ग सुचारू हो गया है। इससे पर्यटकों के लंबे समय तक फंसे रहने की चिंता समाप्त हो गई है। मंगलवार तक पूरी रोड सुचारू कर ली जाएगी।
दो राशन और एक रसोई गैस का वाहन भी फंसा
धौन-स्वाला के बीच सड़क बंद होने से दो खाद्यान्न के ट्रक और एक रसोई गैस का वाहन भी 17 अक्टूबर की शाम से फंसा हुआ है। इसके अलावा आठ अन्य वाहनों में 20 यात्री और चालक भी फंसे हुए हैं। ये सभी यात्री होटल में ठहर कर रोड खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
स्वाला के पास अभी भी बंद है मार्ग
टनकपुर-चम्पावत हाईवे पर स्वाला के पास अभी भी सड़क बंद है। कई स्थानों पर सोमवार को भी मलबा गिरा। उधर चल्थी में पहाड़ काटकर नई सड़क बना दी गई है। जिससे टनकपुर से स्वाला तक वाहनों का आवागमन शुरू हो गया है। एनएच के ईई विवेकसक्सेना ने बताया कि स्वाला और धौन के बीच अब भी लगातार मलबा गिर रहा है। आज शाम तक सड़क को सुचारू करने के प्रयास किए जा रहे हैं।