चम्पावत: उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी है। कल रात से ही कुमाऊं के जिलों में रह रह कर बारिश हो रही है। बारिश के कारण जहां मौसम खुशनुमा हो गया है, वहीं पर्वतीय जिले पिथौरागढ़ में 15 मार्ग और बागेश्वर में तीन सड़के बंद हैं। चंपावत जिले में किरोड़ा नाला उफनाने से बच्चों को जान जोखिम में डालकर स्कूल पहुंचना पड़ा।
नैनीताल में एक घंटे हुई झमाझम बारिश
नैनीताल में बुधवार को एक घंटे झमाझम बारिश हुई। बारिशके कारण पर्यटक और स्थानीय लोग घरों में दुबके रहे। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। नावें झील किनारे खड़ी रहीं। बारिश से नैनीताल झील का जलस्तर सुधरने की उम्मीद है।
किरोड़ा नाला बना आफत का कारण
पर्वतीय इलाकों में वर्षा होते ही किरोड़ा नाला उफान पर आ जाता है। बीच सड़क से बहने वाले इस नाले को पार करना खतरे से खाली नहीं है। नायकगोठ, छीनीगोठ, थ्वालखेड़ा आदि गांवों के लोग और स्कूली बच्चे भी इसी रास्ते से होकर गुजरते हैं। मानसून काल में आए दिन नाले उफान पर अ जाते हैं।
उफान पर आए नाले को बेटियों ने किया पार
चंपावत जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा में वर्षा से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। मंगलवार की रात जिले के पर्वतीय इलाकों में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई। बुधवार को पहाड़ में वर्षा का सिलसिला थम गया लेकिन टनकपुर और बनबसा में सुबह से ही जमकर वर्षा हुई। टनकपुर में किरोड़ा नाले और शारदा नदी का पानी एकाएक बढ़ गया। सुबह स्कूल के समय अभिभावकों ने बच्चों को किरोड़ा नाला पार करवाते हुए स्कूल भेजा।