देहरादून। संवाददाता। पश्चिमी विच्छोभ की सक्रियता से बदले मौसम के मिजाज के कारण बीते 36 घंटो स पूरे उत्तराखण्ड में भारी वर्षा और बर्फबारी का क्रम जारी है जिसके कारण जन जीवन ठप हो गया है।
पहाड़ी जनपदों में भारी बर्फबारी और मैदानी इलाकों में झमाझम बारिश के कारण पूरे प्रदेश में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। झीले जम गयी है और घर मकान, दुकानों तथा सड़कों पर बर्फ की मोटी चादर जम गयी है। राज्य के सभी चारधाम बर्पफ से ढक गये है वहीं राजधानी दून सहित सभी मैदानी क्षेत्रों में रूक रूक कर बारिश हो रही है।
सूबे के उत्तरकाशी, चमोली, रूद्रप्रयाग, चम्पावत, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, टिहरी, नैनीताल सहित सभी जिलों में बीती रात से भारी बर्फबारी हो रही है। केदारनाथ में अब तक तीन फीट से अधिक बर्पफ गिर चुकी है तथा तापमान माइनस से 7 डिग्री तक लुढ़क चुका है। बेरीनाग, धारचुला, कसाला, हर्षिल तथा चोपता से भारी बर्फबारी की खबरें है वहीं हेमकुंड साहिब में अब तक 8 फिट बर्फबारी हो चुकी है तथा औली में 5 फिट से अधिक बर्पफ जम चुकी है।
टिहरी, धनोल्टी और सुरकुंडा में भी बीती रात मौसम का पहला हिमपात हुआ है। वहीं अल्मोड़ा और नैनीताल में भी पहले स्नोफाल से व्यवसाइयों व पर्यटकों के चेहरे खिले हुए है और वह मौसम का लुत्फ उठा रहे है। पहाड़ो पर हुई बर्फबारी के कारण रास्ते जाम हो चुके है तथा सड़कों से बर्फ हटाने का काम किया जा रहा है। वहीं नैनीताल, उधमसिंह नगर तथा हरिद्वार व देहरादून में बीती रात से रूक रूक कर हो रही बारिश से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हुआ है तथा लोग अलाव के सहारे दिन गुजार रहे है। पर्वतीय क्षेत्रों के सभी 12वी तक के स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। वहीं आपदा प्रबन्धन की टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। बदले हुए मौसम के कारण पूरे प्रदेश मेें शीतलहर का प्रकोप बढ़ा है।