बनबसा/चम्पावत : कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रान का खतरा भारत में तेजी से बढ़ रहा है। इसको लेकर भारत-नेपाल बार्डर पर अब नए आदेश जारी किए गए हैं। रविवार को शारदा बैराज के रास्ते बाइक से भारत आ रहे तीन नेपाली नागरिकों की रिपोर्ट पाजिटिव मिली है। जिससे बाद उन्हें भारत में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई। वहीं अब भारत-नेपाल मैत्री बसों में नेपाल की ओर से आने वाले यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया गया है। भारत की ओर से अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए आरटीपीसीआर रिपोर्ट ला रहे नेपाली यात्रियों का रैंडम टेस्ट किया जा रहा है।
नेपाल के महेंद्र नगर और दिल्ली-देहरादून के बीच मैत्री बस सेवा का संचालन जारी है। इन बसों में रोजाना औसतन 450 से 500 के करीब यात्री आवागमन कर रहे हैं। पिछले एक सप्ताह के दौरान मैत्री बसों में सफर कर रहे कई यात्री कोरोना पाजिटिव पाए जा चुके हैं। शारदा बैराज के रास्ते पैदल अथवा दोपहिया वाहनों में बनबसा आने वाले कई नेपाली नागरिक भी पाजिटिव मिले हैं। जिसके बाद भारतीय प्रशासन ने कई एहतियाती कदम उठाए हैं।
अब मैत्री बसों में नेपाल से आ रहे यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर रिपोर्ट साथ में लाना जरूरी कर दिया गया है। डा. दानिश ने बताया कि शनिवार की शाम नेपाल से आने वाली मैत्री बसों में कोई भी यात्री पाजिटिव नहीं मिला। रविवार को हुई जांच में भारत की ओर आ रहे तीन नेपाली नागरिक पाजिटिव पाए गए हैं। इस सभी को वापस नेपाल भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि शाम छह बजे बाद नेपाल से चलने वाली मैत्री बसों में आ रहे सभी यात्रियों की जांच की जा रही है। इधर टनकपुर प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
रैंडम जांच की जा रही
एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने बताया कि मैत्री बसों में नेपाल से आ रहे यात्रियों को आरटीसीआर रिपोर्ट साथ में लाने के लिए कहा गया है। इस संबंध में बैराज पर तैनात भारतीय स्वास्थ्य विभाग की टीम हर यात्री की रैंडम जांच भी कर रही है। बिना जांच के बैराज के रास्ते आने वाले नेपाली नागरिकों को बनबसा में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है।