बागेश्वर : डीजल की लगातार बढ़ती कीमतें व आर्थिक संकट से जूझ रही केएमओयू (KMOU) बस में भी अब किराया महंगा होने के आसार हैं। यूनियन ने परिवहन मंत्री से किराये बढ़ाने की मांग की है। ताकि कंपनी की आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके।
पहाड़ की सबसे सस्ती यातायात और सुगम व्यवस्था पर भी महंगाई की मार पड़ गई है। केएमओयू बस किराये को बढ़ाने के लिए मंथन कर रही है। यूनियन की ओर से परिवहन मंत्री चंदन दास को ज्ञापन दिया गया है। जिसमें बस किराया बढ़ाने की मांग की है। जिस पर कैबिनेट मंत्री ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया था। हालांकि अब तक शासन स्तर पर इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है। जिस तरह से डीजल व पेट्रोल की कीमतें बढ़ रही हैं। उससे यूनियन की ओर से किराया बढ़ाने की मांग बढ़ती जा रही है।
विभागीय जानकारी के अनुसार बसों का पहाड़ी रूट पर 50 पैसा प्रति किमी तक का किराया बढ़ सकता है। यूनियन ने परिवहन मंत्री को प्रस्ताव भेजा है कि उनका जो किराया वर्तमान में एक रुपया 70 पैसा प्रति किमी है। उसे तीन रुपये 10 पैसा किया जाए। पहाड़ में केएमओयू ही आम जनता के परिवहन का प्रमुख साधन है। किराये बढ़ने का असर सर्वाधिक आम यात्री पर ही पड़ेगा।
किराया बढ़ाना जरूरी
केमू मालिकों का मानना है कि यदि किराया नहीं बढ़ाया तो बस संचालन मुश्किल हो रहा है। यदि किराया नही बढाया तो कई मार्ग में टैक्सी चालक अपना स्थान बना लेंगे। जिससे केएमओयू को आर्थिक संकट से जूझना पड़ेगा।
केएओयू के विनोद पाठक ने बताया कि लगातार ईधन की कीमतें बढ़ रही हैं। जिससे किराया बढ़ाना आवश्यक है। इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है। उम्मीद है कि शीघ्र अनुमति मिलेगी।