बागेश्वर: कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास की बैठक में तमाम अधिकारी नदारद रहे। जिस पर मंत्री नाराज हो गए। उन्होंने ऐसे अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश डीएम को दिए। इतना ही नहीं इसे अनुशासनहीता भी करार दिया। उन्होंने अधिकारियों को दो टूक शब्दों में कहा कि वह कार्यशैली मे परिर्वतन लाएं। ऐसा नहीं होने पर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विकास भवन सभागार में आयोजित विकास कार्यों की पहली समीक्षा बैठक में अधिशासी अभियंता, लोनिवि, पीएमजीएवाई, लघु सिंचाई, डीपीआरओ और डेयरी अधिकारी नदारद रहे। जिस पर कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि बिना बताए बैठक से अनुपस्थित रहना घोर अनुशासनहीनता है। इस पर उन्होंने डीएम को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। दास ने गरुड़-द्यौनाई, हरीनगर-नौगांव, कोहिना-घिरतोली सड़कों पर कार्य नहीं होने पर नाराजगी जताई।
जिला योजना, राज्य, केंद्र सेक्टर में लोनिवि और सिंचाई, पेयजल को तीन दिन के भीतर कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। सड़कों पर जून तक स्कबर, नालियों की सफाई हो जानी चाहिए। मलबा आदि भी हटा लें।पानी की किल्लत नहीं होनी है। वैकल्पिक व्यवस्था जल महकमे करेंगे।अधिकारी क्षेत्रों जाएं और विकास कार्यों की गुणवत्ता पर नजर रखें। समय पर काम नहीं करने वाले ठेकेदारों को काली सूची में डालें।
माल रोड में हनुमान मंदिर के समीप सड़क की मरम्मत शीघ्र हो जानी चाहिए। वन भूमि हस्तांरण प्रस्ताव समय पर भेजें।सिंचाई, कृषि, उद्यान गांवों का संयुक्त निरीक्षण करें। भौगोलिक स्थिति को देखते हुए योजनाएं बनाएंगे। नहरों की सफाई समय पर हो जानी चाहिए। दुग्ध, खादी, ग्रामोद्योग, उद्योग, पर्यटन कुछ नया सोचे और प्रस्ताव बनाएं। आधारकार्ड तहसील स्तर पर बनाए जाएं।