बागेश्वर : बीएड टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने गतिमान प्राथमिक शिक्षक भर्ती में एनआईओएस अभ्यर्थियों को शामिल न करने की मांग प्रदेश सरकार से की है। उन्होंने इस संबंध में प्रदेश के परिवहन व समाज कल्याण मंत्री चंदन राम दास को ज्ञापन सौंपा और उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। मंत्री ने उन्हें सकारात्मक पहल का आश्वासन दिया है।
कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास को सौंपे ज्ञापन में बीएड अभ्यर्थियों ने कहा कि एनआईओएस से 18 माह का डीएलएड करने वाले अभ्यर्थियों को टीईटी परीक्षा में सम्मिलित करने के लिए अब तक उत्तराखंड शासन ने कोई जीओ जारी नहीं किया है। इन अभ्यर्थियों ने तथ्यों को छुपाकर टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण कर ली। जो एक जघन्य अपराध है।
कहा कि इन अभ्यर्थियों ने पहले बीएड के आधार पर टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण की और डीएलएड के आधार पर नियुक्ति के लिए आवेदन कर दिया। जो एक गहन जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए एनसीटीई ने एनआईओएस से डीएलएड कराया, लेकिन इन्होंने बीएड को छुपाकर चालाकी से डीएलएड कर लिया।
प्रारंभिक शिक्षा नियमावली 2012 में भी एनआईओएस से 18 माह का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों के लिए नियुक्ति का कोई प्रावधान नहीं किया गया है। उन्होंने इन्हें किसी भी कीमत पर भर्ती प्रक्रिया में शामिल न करने की मांग की है। मंत्री ने उन्हें देहरादून जाकर शिक्षा मंत्री से वार्ता कर शीघ्र सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। इस दौरान महेश पांडे, सुनील कुमार, संतोष कुमार, नवीन पांडे आदि मौजूद थे