चंपावत : शौचालय की छत गिरने से हुई छात्र की मौत के मामले में पाटी विकास खंड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय मौनकांडा के प्रधानाचार्य समेत एक सहायक अध्यापक को निलंबित कर दिया गया है। घटना की जांच में इन दोनों की लापरवाही उजागर होने के बाद यह कार्रवाई की गई है।
बुधवार को मौनकांडा विद्यालय में जीर्ण शीर्ण शौचालय की छत गिरने से एक छात्र की मृत्यु हो गई थी तथा पांच छात्र घायल हो गए थे। जिलाधिकारी ने सीईओ आरसी पुरोहित को मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। शिक्षा विभाग की जांच में विद्यालय के प्रधानाचार्य गजेन्द्र सिंह और सहायक अध्यापक देवराम की लापरवाही सामने आई।
जिसके बाद डीएम के आदेश पर मुख्य शिक्षा अधिकारी ने दोनों को निलंबित कर दिया है। सीईओ जितेन्द्र सक्सेना ने बताया कि प्रधानाचार्य को उपशिक्षा अधिकारी कार्यालय लोहाघाट में तथा सहायक अध्यापक देवराम को उपशिक्षा अधिकारी कार्यालय चंपावत में संबंद्ध किया गया है। डीईओ बेसिक चंदन बिष्ट ने बताया कि घटना के दिन प्रधानाचार्य बिना बताए विद्यालय के गायब थे जिसे उनकी लापरवाही माना गया है।
विभागीय जांच मेंं अभिभावकों ने बताया कि सहायक अध्यापक देवराम और प्रधानाचार्य के बीच आए दिन अनबन होती रहती थी। इस प्रकार की घटना से बच्चे भी खुश नहीं थे। यही कारण है कि बच्चों ने घटना की जानकारी विद्यालय के अध्यापकों को देने की बजाए दौड़कर पास में ही रह रहे अपने अभिभावकों को दी। अभिभावकों ने बताया कि इस घटना के लिए विद्यालय की लापरवाही जिम्मेदार है।
छत गिरने से कक्षा तीन के छात्र आठ वर्षीय चंदन सिंह की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी। जबकि रिंकू सिंह, शनुग, सोनी, हसीना, हिमांशु घायल हो गए थे। इनमें से रिंकू और सगुन का इलाज अभी भी जिला अस्पताल चंपावत में चल रहा है। जबकि अन्य बच्चों को छुट्टी दे दी गई है।