चम्पावत : सोमवार की सुबह 5:30 बजे चम्पावत-टनकपुर हाईवे पर बेलखेत के पास मलबा गिरने से टनकपुर से मतदान प्रशिक्षण लेने आ रहे कार्मिकों के साथ सैकड़ों यात्री फंस गए। सड़क बंद होने की सूचना के बाद पोकलैंड और जेसीबी मशीनों को लगाया गया। काफी मशक्कत के बाद दोपहर 12 बजे एनएच को आवागमन के लिए सुचारू किया जा सका।
आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह 5:30 बजे बेलखेत के समीप किमी नंबर 92 के पास बड़ी मात्रा में बोल्डरों के साथ मलबा गिरने से एनएच पूरी तरह बंद हो गया। सड़क बंद होने से टनकपुर और बनबसा से जिला मुख्यालय में मतदान प्रशिक्षण लेने आ रहे दर्जनों कर्मचारियों सहित सैकड़ों यात्री फंस गए। सड़क बंद होने की सूचना के बाद एनएच ने मौके पर जेसीबी और पोकलैंड मशीनों को रवाना कर दिया। लगातार गिर रहे मलबे के कारण सड़क खोलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। काफी मशक्कत के बाद दोपहर बजे मलबा हटाकर वाहनों की आवाजाही सुचारू की गई। लगातार साढ़े सात घंटे तक यात्रियों को वाहनों में बैठे-बैठे परेशानी का सामना करना पड़ा। कई यात्री समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाए।
एनएच पर अमोड़ी के पास रविवार की रात भी मलबा गिरा जिसे सुबह तक हटा दिया गया था। इधर पिछले दिनों हुई बर्फबारी के चलते बंद जिले की 14 ग्रामीण सड़कें अभी भी आवागमन के लिए सुचारू नहीं हो पाई हैं। जिससे ग्रामीणों का संपर्क जिला मुख्यालय से कटा हुआ है। कई गांवों में जरूरी सामान की सप्लाई नहीं हो पा रही है। चुनाव को देखते हुए प्रशासन ने संबंधित संस्थाओं को बंद पड़ी सड़कों को शीघ्र खोलने के निर्देश दिए हैं।
बर्फबारी से बंद पड़ी जिले की ग्रामीण सड़कें
चमदेवल-कजीना, बगौटी-डुंगरालेटी, डुंगराबोरा-कायल-मटियानी, डुंगराबोरा-चक सिलकोट, किमतोली-खतेड़ा, खेतीखान-गोसनी, नरसिंहडांडा-गुरेली, मंच-दुबडज़ैनल, मंच-नीड़, मडलक-सैलपेड़ू, खटोली मल्ली, लोहाघाट-चौमेल, धौन-सल्ली, चमदेवल-निडिल, खटोली मल्ली-वैला, दिगालीचौड़-अखिल तारिणी सड़कें चार दिन से बंद पड़ी हैं। लोनिवि एवं पीएमजीएसवाई द्वारा सड़कों को खोलने का काम लगातार जारी है। इनमें कुछ सड़कों के सोमवार की शाम तक खुलने की संभावना है।