चम्पावत में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के आंदोलन का एक माह पूरा, सभी तहसील मुख्यालयों में सरकार के खिलाफ नारेबाजी

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चम्पावत : मानदेय बढ़ाए जाने की मांग को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का धरना प्रदर्शन और कार्य बहिष्कार 30 वें दिन भी जारी रहा। आंदोलन का एक माह पूरा होने पर भी सरकार द्वारा उनकी सुध न लिए जाने से कार्यकर्ताओं में आक्रोश बढ़ गया है। उन्होंने सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए शीघ्र मांग पूरी न होने पर विधान सभा चुनाव में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान किया है। शनिवार को कलक्ट्रेट सहित लोहाघाट, टनकपुर, पाटी एवं बाराकोट में कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। 

वक्ताओं ने कहा कि सरकार ने मानदेय में 500 रुपये की वृद्धि कर उन्हें ठगने का प्रयास किया है। कार्यकर्ता 18 हजार रुपया मानदेय होने तक आंदोलन वापस नहीं लेंगी। चम्पावत में प्रदर्शन करने वालों में दीपा पांडेय, शांति गोस्वामी, लक्ष्मी जोशी, हेमा बोहरा, निर्मला जोशी, नारायणी भट्ट, विनीता आर्या, हेमा भट्ट, ममता बोहरा, सावित्री रावत आदि शामिल रहीं। लोहाघाट में ब्लॉक अध्यक्ष शर्मिला बोहरा के नेतृत्व में विमला अधिकारी, जानकी तिवारी, कविता जोशी, सुमन पांडेय, माया देवी आदि ने प्रदर्शन किया।

बाराकोट में संगठन की जिलाध्यक्ष मीना बोहरा के नेतृत्व में प्रेमा बोहरा, कविता बोहरा, निशा जोशी, लक्ष्मी ओली, तुलसी बिष्ट, दुर्गा बिष्ट, मंजू जोशी, निर्मला, पाटी में ब्लाक अध्यक्ष निर्मला पचौली के नेतृत्व में सीमा बिष्ट, शांति मेहता, हीरा भट्ट, भागीरथी अधिकारी, किरण मेहरा आदि ने धरना दिया। टनकपुर तहसील परिसर में ब्लाक अध्यक्ष गीता चंद, सरोज मौनी, गोविंदी मेहता, गोविंदी पंत, नीरू बिष्ट,  देवकी सामंत, दीपा शर्मा ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कहा कि उनके कार्य बहिष्कार के एक माह पूरा हो गया है। लेकिन सरकार संवेदनहीन बनी हुई है। उसे गांवों में छोटे बच्चों के शिक्षा एवं स्वास्थ्य की कोई परवाह नहीं है।

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