बागेश्वर: सरयू नदी में बही एक महिला का शव मिल गया है। जबकि दूसरा शव अभी बरामद नहीं हो सका है। एसडीआरएफ, पुलिस और फायर की टीमें लगातार सरयू नदी को खंगाल रही हैं। शव को कब्जे में ले लिया गया है। उसका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
बीते रविवार को विकास भवन के समीप से दो महिलाएं सरयू नदी में बह गई। जिसमें 25 वर्षीय ज्योति देवी का शव सरयू नदी से पुलिस ने बरामद कर लिया है। उसका पोस्टमार्टम किया जा रहा है। उसका विवाह दो माह पूर्व हुआ था। वह पति के साथ दिल्ली में रहने लगी। लेकिन मानसिक हालत ठीक नहीं होने से पति ने उसे छोड़ दिया था। वह अपने पिता शंकर दत्त पांडे के साथ रह रही थी।
वहीं, स्यालडोबा गांव की 42 वर्षीय जीवंती देवी का अभी तक पता नहीं चल सका है। स्वजनों को उनकी बरामदगी का इंतजार है। इधर, कोतवाल जगदीश ढकरियाल ने कहा कि पगना और बिलौना के बीच में एक महिला का शव बरामद कर लिया गया है और दूसरे की तलाश अभी जारी है। ज्योति ने सरयू नदी में छलांग लगा दी थी।
वह बहने लगी तो उसकी चार्ची जीवंती उसे बचाने को कूद गई। स्थानीय लोगों के अनुसार दोनों को बहते हुए देखा गया है। उसके बाद से रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया है।
नदी में बहने वाली महिला थीं भोजनमाता
सरयू नदी में चाची और भतीजी के बहने के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। चाची राजकीय इंटर कालेज स्यालडोबा में भोजनमाता है। उनके तीन बेटे हैं और पति मजदूरी करते हैं। भतीजी का विवाह दो वर्ष पूर्व हुआ था और वह मांयके में रहती है।
स्वजनों के अनुसार जीवंती के तीन बेटे हैं। सबसे बड़ा बेटा राजू इंटर पास है। मनीष 12वीं का छात्र और मनोज नवीं में पढ़ रहा है। उनके पति मेहनत, मजदूरी करते हैं। जबकि जीवंती भोजनमाता है। वहीं, भतीजी का विवाह दो वर्ष पूर्व हुआ था।
वह पति के साथ दिल्ली में रहने लगी। लेकिन मानसिक हालत ठीक नहीं होने से पति ने उसे छोड़ दिया था। वह अपने पिता शंकर दत्त पांडे के साथ रह रही थी। घटना के बाद उनके गांव स्यालडोबा में शोक की लहर है।