बागेश्वर: बागेश्वर जिले में गुरुवार को अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। हिमालयी गांवों में झमाझम ओलावृष्टह हुई, जिससे फसलों को नुकसान पहुंचा है। जिले के अन्य हिस्सों में हल्की बंदूबांदी हुई। जिससे पारा गिर गया है और ठंड बढ़ गई है।
मौसम विभाग ने वर्षा का पूर्वनूमान जारी किया था। गुरुवार को सुबह घाटी वाले क्षेत्र कोहरे से ढके रहे। दस बजे बाद आसामान में बाछल छाए रहे। शीशाखानी, जौलकांडे, लेटी आदि गांवों में हल्की वर्षा हुई। कपकोट क्षेत्र के उच्च हिमालयी गांव शामा, कुंवारी, बदियाकोट, खाती, समडर, जांतोली, रिखाड़ी आदि स्थानों पर ओलावृष्टि हुई। जिससे हरी सब्जियों को व्यापक नुकसान पहुंचा है।
ओलावृष्टि के बाद पिंडारी में हिमपात की संभावना बनी हुई है। आसमान में बादल रहने से जिले के गरुड़, कांडा, काफलीगैर, दुग नाकुरी आदि तहसीलों में भी शीतलहर दौड़ गई है। लोगों ने ठंड से बचने के लिए अलावा जलाने शुरू कर दिए गए हैं।
जिले के अन्य क्षेत्रों में भी वर्षा की संभावना बनी हुई है। इधर, जिला आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि मौसम विभाग ने वर्षा का पूर्वानूमान जारी किया है। ओलावृष्टि से किसानों को हुए नुकसान का राजस्व विभाग आकलन करेगा।
शुक्रवार से फिर बदलेगा मौसम
मौसम में बदलाव गुरुवार तक ही रहने की संभावना है। इसके बाद फिर से मौसम करवट बदलेगा। मौसम विभाग ने 11 नवंबर से कुमाऊं मंडल में बादल छंटने की संभावना जताई है। शुक्रवार से सामान्य तौर पर समूचे कुमाऊं में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई है। हालांकि तापमान में कमी आएगी। सुबह व शाम के समय मौसम में ठंड बढ़ेगी। ठंड से बचाव के लिए सतर्क किया है।