बागेश्वर जिले मे बारिश के कारण जिले की 12 सड़कें आवागमन के लिए बंद हो गई हैं। जिससे दस हजार से अधिक जनसंख्या प्रभावित हो गई है। सरयू व गोमती का जलस्तर बढ़ गया है और पंपिंग योजनाएं भी प्रभावित होने लगी हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में रास्तों को भारी नुकसान हुआ है। दुग नाकुरी, कपकोट, कांडा आदि स्थानों पर भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। बागेश्वर में तीन दिनों से लगतार बारिश हो रही है। जिसके कारण धरमघर-सनगाड़-बास्ती, असों-बसकुना, कपकोट-पिंडारी ग्लेशियर, बालीघाट-दोफाड़ से चीरा-बेड़ू, बालीघाट-धरमघर, कमेड़ीदेवी-भैसूड़ी, कपकोट-कर्मी-बघर, रिखाड़ी-बाछम, खड़लेख-भनार, चीराबगड़-पोथिंग, तोली, धरमघर-माजखेत, फरसाली, कपकोट-कर्मी, शामा-लीती-गोगिना, शामा-नौकोड़ी, मुनार बैंड-सूपी, कपकोट-लीली मोटर मार्ग बंद हो गए हैं।
सरयू नदी के उफान में आने से कठायतबाड़ा और खरेही पंपिंग योजना भी प्रभावित हो गई है। नदी में भारी मात्रा में सिल्ट आने से पानी ठीक से फिल्टर नहीं हो पा रहा है। जिससे गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है।
जिला आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि सड़कों को खोलने के लिए लोडर मशीनें लगाई हैं। बारिश होने के कारण कार्य में व्यवधान आ रहा है। बारिश के आसार बने हुए हैं। कंट्रोल रूम के साथ अधिकारी और कर्मचारी अलर्ट हैं।
उपजिलाधिकारी महोदय बागेश्रर द्धरा अवगत कराय गया है कि लग भग 6:30 बजे ग्राम आरे से एक महिला की नदी में बहने की सूचना प्रात हुई है मोके पर फयर पुलिस आपदा प्रबंधन की टीम द्धरा आरे से पगना सतेशवर मंदिर तक नदि किनारे किनारे खोज बीन कि जा रही है