बागेश्वर। उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में वर्षा का दौर अभी जारी है। कपकोट तहसील क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़कें कीचड़ से पट गईं हैं। कई स्थानों पर भूस्खलन से मलबा गिर रहा है। आरे-द्यांगण बायपास जगह-जगह दुर्घटना को दावत दे रहा है। सौंग-मुनार मोटर मार्ग जगह-जगह ध्वस्त हो गया है। लोगों को जोखिम उठाकर आवाजाही कर रहे हैं।
जिले की सड़कें जगह-जगह मलबा आने से दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहीं हैं। कर्मी मोटर पर जगह-जगह भूस्खलन ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है। लोडर मशीनों से सड़क साफ करते ही पुन: मलबा सड़क पर गिर रहा है। यहीं हाल नामतीचेटबगड़, शामा-तेजम और पिंडारी ग्लेशियर मोटर मार्ग पर सौंग, मुनार कस्बे के पास हो रहा है। जिस कारण यातायात लगातार प्रभावित चल रहा है। कुंवारी के पूर्व प्रधान किशन दानू ने कहा कि 2013 से लगातार भूस्खलन हो रहा है। ग्रामीणों को विस्थापन का इंतजार है।
18 स्थानों पर भूस्खलन का भय
जिले के 18 भूस्खलन संभावित स्थानों का चयन जिला प्रशासन ने किया है। हल्की वर्षा होने पर वहां भूस्खलन शुरू हो जाता है। जिस कारण सड़कें बंद हो रही हैं। बंद सड़कों को खोलने के लिए 49 लोडर मशीनें हैं। अस्थायी हेलीपैड बनाए गए हैं। सुमगढ़, कुंवारी, मल्लादेश, सेरी, बड़ेत शामिल हैं।
एसडीएम ने कही ये बात
सड़कों को त्वरित गति से खोला जा रहा है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है। बिजली, पानी, सड़क, संचार आदि सुविधाएं प्राथमिकता के आधार पर सुचारू की जा रही हैं। -मोनिका, एसडीएम, कपकोट।