देहरादून। संवाददाता। भाजपा मुख्यालय में आज पार्टी संगठन की बैठक में शीर्ष नेताओं के कड़े तेवर देखकर भाजपा के बिगडै़ल नेता पस्त दिखे। उनके व्यवहार व बाडी लैग्ंवेज से साफ लग रहा था कि गलती हो गयी अब आगे ऐसा नहीं होगा। बस इस बार माफ कर दिया जाये।
प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट की अध्यक्षता में पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रदेश संगठन की बैठक में आज केन्द्रीय सह संगठन मंत्री शिव प्रकाश ने इशारों ही इशारों में यह समझा दिया कि पार्टी की गाइड लाइन के खिलाफ काम करने और अनुशासन हीनता की हदें पार करने वाले किसी भी नेता के लिए भाजपा में कोई स्थान नहीं है चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों न हो? और किसी भी पद पर क्यों न हो। बैठक से एक दिन पूर्व अजय भट्ट इस मुद्दे पर पहले ही दो टूक फैसला सुना चके है कि अब अनुशासन हीन नेताओं को कोई नोटिस जारी नहीं किया जायेगा। उन्हे सीधा पार्टी से बाहर किया जायेगा। पार्टी के शीर्ष नेताओं की सख्ती के कारण अब उन नेताओं को जो इस मामले में फंसे हुए है, सासें अटकी हुई है।
बैठक खत्म होने पर इन नेताओं द्वारा शिव प्रकाश को लिखित रूप से अपनी बात कहने का प्रयास करते हुए भी देखा गया। वहीं उमेश शर्मा काऊ को तो शिव प्रकाश ने दिल्ली आकर बात करने की बात कही। बीते दिनों सुरेश राठौर और राजकुमार ठुकराल के वायरल वीडियो के कारण पार्टी की खासी किरकिरी हो रही है। पार्टी द्वारा इन तमाम मामलों को गम्भीरता से लिया गया है। पार्टी के शीर्ष नेता असल में पार्टी के अन्दर लगातार बढ़ रहे अनुशासन हीनता के मामलों से परेशान है।
बैठक में राज्य में हो रहे पंचायत चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन पर चर्चा के साथ राज्य में अधिक से अधिक जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख पदों पर जीत के लिए रणनीति पर विचार हुआ। वहीं पार्टी के कार्यक्रमों को समय से पूरा किये जाने पर भी चर्चा की गयी। बैठक में शिवप्रकाश के अलावा प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, सांसद व केन्द्रीय मंत्री डा. निशंक सहित तमाम सांसद, विधायक और मंत्री भी बैठक में मौजूद रहे।