बागेश्वर : पिंडारी ग्लेशियर की साहसिक यात्रा पर से लौटते समय द्वाली में फंसे छह विदेशी पर्यटकों ने कपकोट पहुंचने के बाद राहत की सांस ली। उन्होंने प्रशासन को धन्यवाद दिया। स्वजनों से फोन पर भी अपने सुरक्षित होने की बात की।
यूएसए के छह पर्यटक बीते 14 अक्टूबर को पिंडारी की तरफ गए थे। 18 और 19 अक्टूबर को मौसम खराब होने के बाद पिंडारी में बर्फबारी होने लगी। वह लौटकर वापस द्वाली आ गए। पिंडार नदी में बने अस्थायी पुल बह गए। जिसके कारण वह फंस गए। बीते गुरुवार को हेलीकाप्टर के जरिए प्रशासन ने उन्हें खरकिया पहुंचाया। जहां से शुक्रवार को टैक्सी के जरिए कपकोट पहुंचे। मेडिकल टीम ने उनका चेकअप किया और तहसील प्रशासन ने उनकी जानकारी जुटाई। लगभग सभी विदेशियों का बीजा 2024 तक वैध पाया गया। जिला सूचना अधिकारी रती लाल ने बताया कि सभी विदेशी यूएसए के हैं। जिसमें फिलिप्स जेट सेवस्टाइन, एलीजीवेथ, टिमोथी कोपर, टिमोथी फिलीप्स, चरिस्टाइन केल, नाथव अंडरसन आदि शामिल हैं। उन्होंने कपकोट पहुंचने पर राहत की सांस ली और स्वजनों से फोन पर बात की।
कोलकत्ता, पूणे और मुबंई के पर्यटक बोले सुविधाएं जरूरी कोलकत्ता से रितु परना देव पत्नी देवराज दास, देवराज दास पुत्र मुरारी मोहन दास, देवसीस दास पुत्र देवोबरोतो दास, प्रसून पुत्र चिरंजीवी के अलावा मुंबई के शरद सावंत पुत्र विष्णु, मिङ्क्षलद सकपाल पुत्र गंगा राम अनिरुद्ध डमडेरे पुत्र अरङ्क्षवद पुणे का भी मेडिकल परीक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि पिंडारी ग्लेशियर रूट पर व्यवस्थाएं नहीं हैं। रास्ते, डांक बंगले आदि भी जीर्णशीर्ण हालत में हैं। जिन्हें दुरुस्त करने की जरूरत है।