बागेश्वर: सरयू नदी में एक नेपाली मजदूर बह गया है। वह रेता-बजरी निकाल रहा था। पुलिस उसे खोजने में जुटी है। अभी तक उसका पता नहीं चल सका है। वहीं, बीते दिवस बहे नगर के युवक के अलावा एक अन्य महिला का भी पता नहीं चल सका है। पुलिस, एसडीआरएफ और फायर की टीम लगातार रेस्क्यू अभियान पर है। नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण बहे लोगों के मिलने की उम्मीद भी कम होने लगी है।
सोमवार को मंडलसेरा झूलापुल के समीप नेपाली मजदूर रेता-बजरी निकाल रहे थे। इसी दौरान 37 वर्षीय राम बहादुर कार्की निवासी दहलेख, नेपाल बह गया। जिसकी सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी। जल पुलिस भी अलर्ट हो गई। लेकिन वह नहीं मिल सका है। कोतवाल जगदीश ढकरियाल ने कहा कि पुलिस, फायर सरयू नदी में रेस्क्यू अभियान चला रही है। वहीं, बीते रविवार को सरयू झूला पुल के समीप से बहे पवन कुमार के अलावा विकास भवन के पास से बही जीवंती देवी का पता नहीं चल सका है। सरयू नदी में लगातार घटनाएं बढ़ रही हैं। अब तक गोमती और सरयू नदी में छह लोग बह गए हैं।
नेपाली मजदूरों को पुलिस ने खदेड़ा
सरयू नदी में अवैध रूप से रेता-बजरी का कारोबार फल-फूल रहा है। नेपाली मजदूर सौ रुपये एक कट्टा बजरी निकालकर खुलेआम बेच रहे हैं। जिसकी भनक जिला प्रशासन को नहीं है। जिसके कारण सरयू नदी में दुर्घटनाएं भी होने लगी हैं। कोतवाली पुलिस ने घटना के बाद सोमवार को सरयू नदी से बजरी निकाल रहे मजदूरों को खदेड़ा और उन्हें सख्त हिदायत भी दी।