रोहित अविवाहित था। साथी अभिषेक ने बताया कि बुधवार सुबह करीब साढ़े सात बजे वह काम से खेल मैदान में गया था। वहां से साढ़े नौ बजे लौटा तो कमरा अंदर से बंद था। उसने आवाज लगाई और रोहित के मोबाइल पर कॉल की लेकिन काफी प्रयासों के बाद भी दरवाजा नहीं खुला।
एक घंटे तक कमरा खुलने का इंतजार करता रहा अभिषेक
रोहित का कमरा बंद होने के कारण उसका साथी अभिषेक एक घंटे तक बाहर खड़े रहकर दरवाजा खुलने का इंतजार करता रहा। अभिषेक ने बताया कि काफी देर तक कॉल करने के बाद भी जब रोहित के कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो उसने दिल्ली में रहने वाले रोहित के भाई निशांत को कॉल लगाई।
निशांत ने संभावना जताई कि वह नहा रहा होगा। रोहित की देर तक नहाने की आदत है। एक घंटे बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो उसने खिड़की तोड़कर अंदर प्रवेश किया जहां रोहित का शव पंखे से लटका हुआ था।
किरायेदारों का नहीं कराया था सत्यापन
अपना घर सोसायटी के ए-12 क्वार्टर में रोहित और उसका साथी अभिषेक बीती 25 जून से किराये पर रह रहे थे लेकिन कॉलोनी के लोगों को उनके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। मकान मालिक ने दोनों किराएदारों का सत्यापन भी नहीं कराया था। कॉलोनी के लोगों का कहना था कि कई लोगों ने अपने मकान किराये पर दिए हुए हैं लेकिन किरायेदारों के सत्यापन नहीं कराए हैं।