देहरादून। संवाददाता। करीब दो महीने पहले दून में मोदी फेस्ट कार्यक्रम आयोजित किया गया था। फेस्ट को आयोजित करने वाली कंपनी के मालिक पर लाखों की धोखाधड़ी का मुकदमा कैंट थाने में दर्ज हुआ है। काफी समय गुजरने के बाद भी पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने में विफल साबित हुई है। शांति विहार गोविंदगढ़ निवासी शिवम अग्रवाल राज्य में इवेंट एजेंसी चलाते हैं। उन्होंने बताया कि मई-जून मंे मोदी फेस्ट के दौरान दून, हरिद्वार, रूड़की और विकासनगर में फेस्ट कराने के लिए दिल्ली की डीए एंटरटेनमेंट कंपनी आई। बताया कि कंपनी से जुड़े दीपक त्यागी और मोहित जाफरी ने यहां इवेंट के लिए कंपनी को 14 लाख रूपये में सौदा फाईनल किया। जिसके बाद कंपनी ने लाख रूपये एडवांस भुगतान कर दिया।
शिवम ने बताया कि रूड़की में इवेंट खत्म होने के बाद दिल्ली की कंपनी के संचालक उनकेे लोगों कोे आठ लाख रूपये के चेक देकर चले गए। चेक भुगतान के लिए बैंक में लगाए तो बाउंस हो गए। इसके बाद उन्होंने कंपनी में बात की तो संचालकों ने गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दे डाली।
मामलें में शिवम की ओर से कंपनी के मालिक व आरोपी दीपक त्यागी के खिलाफ थाना कैंट में मुकदमा दर्ज कराया गया है। मगर अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी होती नहीं दिख रही है। वहीं कैंट थाना पुलिस को मामलें का कुछ भी संज्ञान नहीं है,
कैंट पुलिस से जब इस बारे में पूछा गया तो पुलिस का कहना है कि दीपक त्यागी वाला मामला ध्यान नहीं है। मुकदमा कब दर्ज हुआ, क्राईम नंबर क्या है। घुमाने फिराने वाली बाते करती दिख रही है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस दो माह बाद भी आरोपी को क्यों गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
क्या कहते हैं, एसपी सिटी प्रदीप राॅय- आरोपी की गिरफ्तारी के मामलें में जब एसपी सिटी से उत्तराखण्ड रिपोर्ट के संवाददाता ने बात की तो उनका कहना है कि पीड़ित शिवम की मेरे से इस मामलें मे बात हो चुकी है। मामलें की पड़ताल के बाद ही आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा। जांच में यदि उसके खिलाफ साक्ष्य पाए जाते हैं, तो पुलिस अपनी जिम्मेंदारी पूरी तरह निभाने केे लिए बाध्य है।