श्रीनगर (एजेंसीज) : कश्मीर के पुलवामा में सोमवार रात हुई मुठभेड़ में मारे गए तीन में से एक आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर का भतीजा तल्हा रशीद भी था। उसके अलावा दो अन्य आतंकी भी इसमें मारे घए वहीं एक सैन्यकर्मी शहीद हो गया।
मुठभेड़ के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा कि चाहे वो मसूद अजहर का भतीजा हो या कोई और, जो भी आतंकी होगा उसे खत्म किया जाएगा। यह साफ हो चुका है कि आतंकियों को सीमापार से मदद मिल रही है।
वही इससे पहले मुठभेड़ को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए आईजी कश्मीर मुनीर खान और विक्टर फोर्स के मेजर जनरल बीएस राजू ने इसकी पूरी जानकारी दी। मेजर राजू ने बताया कि आतंकियों के पास से एम4 कर्बाइन बरामद हुई है।
वहीं आईजी खान ने बताया कि हम पाकिस्तान से अपील करेंगे कि वो मसूद अजहर के भतीजे का शव ले जाएं यह उनकी अमानत है। यह सीआरपीएफ, सेना और पुलिस का शानदार संयुक्त अभियान था।
मुठभेड़ के दौरान पथराव
इस दौरान घेराबंदी में फंसे आतंकियों को सुरक्षित निकालने के लिए सुरक्षाबलों पर पथराव कर रही भीड़ और पुलिसकर्मियों के बीच हुई हिसक झड़पों में पांच युवक जख्मी हो गए।
हालात को देखते हुए पुलवामा जिले व उसके साथ सटे इलाकों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। घेराबंदी में फंसे आतंकियों की संख्या की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं सूत्रों की मानें तो आतंकी वसीम, समीर टाइगर, आदिल हिजबी और लियाकत के अलावा दो अन्य विदेशी आतंकियों में जैश-ए-मुहम्मद के सरगना अजहर मसूद के तथाकथित भतीजे महमूद समेत छह आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर तलाशी अभियान चलाया गया था।
एसएसपी पुलवामा असलम चौधरी ने बताया कि शाम को हमें अपने तंत्र से पता चला कि अगलरकंडी गांव में तीन से चार आतंकी अपने एक संपर्क सूत्र से मिलने आए हैं। उसी समय हमारे विशेष अभियान दल (एसओजी) के जवानों ने सेना की 44 आरआर(राष्ट्रीय राइफल्स) और सीआरपीएफ के जवानों के साथ अभियान चलाया। जवान जैसे ही आतंकी ठिकाने के करीब पहुंचे, आतंकियों ने वहां से भागने का प्रयास करते हुए फायरिंग शुरू कर दी।
जवानों ने भी जवाबी फायर किया। इसी दौरान वहां शरारती तत्वों ने भी जमा होकर सुरक्षाबलों पर पथराव शुरू कर दिया, लेकिन जवानों ने घेराबंदी जारी रखते हुए आतंकियों की गोलियों का जवाब दिया। इस दौरान तीन आतंकी मारे गए और तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। इनमें से सेना की 44 आरआर से संबंधित जवान शाम सुंदर ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक डॉ. एसपी वैद ने भी तीन आतंकियों के मारे जाने व एक जवान के शहीद होने की पुष्टि की है। मारे गए आतंकियों से दो असाल्ट राइफलें व कुछ अन्य सामान मिला है। सूत्रों ने बताया कि पथराव कर रही भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस ने लाठियों और आंसूगैस के साथ पैलेटगन व हवाई फायरिंग का भी सहारा लिया।
इन झड़पों में पांच लोग जख्मी हुए, जिनमें एक घायल तारिक अहमद बट को गोली लगी है। वहीं एसएसपी ने इससे इन्कार करते हुए कहा कि अगर गोली लगी है तो वह क्रास फायरिंग में लगी होगी। उन्होंने मारे गए आतंकियों की पहचान से अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि अभी अभियान जारी है। कुछ और आतंकी घेराबंदी में फंसे हैं।