देहरादून। संवाददाता। केंद्र सरकार के रुबेला टीकाकरण अभियान में बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। दरअसल, यमकेश्वर की घईखाल ग्राम पंचायत में टीकाकरण के लिए दूर-दूर से अभिभावक अपने बच्चों के साथ तय समय पर पहुंच गए। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची। इससे लोगों में नाराजगी बनी हुई है।
दरअसल, यमकेश्वर की ग्राम पंचायत घईखाल के अंतर्गत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिगड्डी में बच्चों का टीकाकरण होना था। सुबह आठ बजे आशा कार्यकर्ता गुड्डी देवी को विद्यालय प्रधानाचार्य का फोन आया था कि दस बजे यमकेश्वर ब्लॉक से टीम यहां पहुंच जाएगी। इसकी सूचना मिलते ही ग्राम प्रधान शशि देवी ने आसपास के क्षेत्र के लोगों को सूचित कर दिया।
आशा कार्यकर्ती द्वारा यहां आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विश्वेश्वरी देवी और सहायिका किरण की ड्यूटी लगा दी। सड़क मार्ग से चढ़ाई पर स्थित इस विद्यालय में दूर-दूर से अभिभावक अपने बच्चों को लेकर पहुंच गए, लेकिन 12रू00 बजे तक भी स्वास्थ विभाग की टीम नहीं पहुंची।
जब प्रधानाचार्य डॉ. सुरेंद्र कुमार से आशा कार्यकर्ता ने फोन पर जानकारी लेनी चाही तो किसी ने फोन रिसीव ही नहीं किया। इससे नाराज ग्राम प्रधान शशि देवी ने कहा कि हमने दो बार बैठक कर यहां रुबेला टीकाकरण के लिए कार्यक्रम तय किया, लेकिन स्वास्थ्य विभाग यमकेश्वर की टीम ने सरकार की इस योजना के प्रति लापरवाही बरती।