एबीपी न्यूज चैनल पर प्रसारित लोकनीति और सीएसडीएस के सर्वे के मुताबिक 182 सदस्यों वाले विधानसभा में बीजेपी को कुल 113 से 121 सीटें मिलने की उम्मीद है जबकि कांग्रेस की झोली में 58 से 64 सीटें जाती दिख रही हैं। अन्य के खाते में 1 से 7 सीट जाती दिख रही हैं।
नई दिल्ली (एजेंसीज) : गुजरात चुनाव के ओपिनियन पोल के मुताबिक वहां बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी का जादू बरकरार है। फिर से सूबे में भाजपा की सरकार बनने के पूरे आसार हैं। एबीपी न्यूज चैनल पर प्रसारित लोकनीति और सीएसडीएस के सर्वे के मुताबिक 182 सदस्यों वाले विधानसभा में बीजेपी को कुल 113 से 121 सीटें मिलने की उम्मीद है जबकि कांग्रेस की झोली में 58 से 64 सीटें जाती दिख रही हैं। अन्य के खाते में 1 से 7 सीट जाती दिख रही हैं।
सर्वे के मुताबिक बीजेपी को कुल 47 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद है जबकि कांग्रेस को 41 फीसदी वोट मिलने की संभावना है। साल 2012 के पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 48 फीसदी वोट मिले थे जबकि कांग्रेस को 39 फीसदी। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को कुल 60 फीसदी और कांग्रेस को 33 फीसदी वोट मिले थे। ओपिनियन पोल के रुझान के मुताबिक 22 सालों से सत्ता से दूर कांग्रेस की सरकार की वापसी तो नहीं हो सकती लेकिन उसके वोट प्रतिशत में इजाफा होगा। सर्वे में पीएम मोदी की लोकप्रियता में 15 फीसदी की गिरावट के संकेत हैं।
दक्षिण और मध्य गुजरात में बीजेपी आगे, सौराष्ट्र-कच्छ और उत्तर गुजरात में कांग्रेस आगे।
- आदिवासी बहुल दक्षिण गुजरात की 35 सीटों पर बीजेपी को 51 फीसदी और कांग्रेस को 33 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं। 1 सितंबर को जारी ओपिनियन पोल में बीजेपी को 54 फीसदी वोट और कांग्रेस को मात्र 27 फीसदी वोट मिलता दिख रहा था। यानी बीजेपी को तीन फीसदी का नुकसान और कांग्रेस को 6 फीसदी वोटों का लाभ होने की उम्मीद है।
- लोकनीति-सीएसडीएस के सर्वे में 50 फीसदी महिलाओं का झुकाव बीजेपी के पक्ष में है जबकि 39 फीसदी महिलाएं कांग्रेस के पक्ष में हैं।
- मध्य गुजरात की 40 सीटों पर बीजेपी को 54 फीसदी वोट मिलने के आसार, कांग्रेस को 38 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद। बीजेपी को इस इलाके में 2 फीसदी वोट के नुकसान जबकि कांग्रेस को 8 फीसदी ज्यादा वोट मिलने के आसार हैं। 1 सितंबर को जारी ओपिनियन पोल में बीजेपी को 56 फीसदी वोट और कांग्रेस को मात्र 30 फीसदी वोट मिलता दिख रहा था।
- उत्तर गुजरात की 53 सीटों पर बीजेपी को 44 फीसदी और कांग्रेस को 49 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं। बीजेपी को इस इलाके में 15 फीसदी वोट का नुकसान हो सकता है जबकि कांग्रेस को इस इलाके में भी 16 फीसदी वोटों का फायदा होने के आसार हैं। बीजेपी ने ओपनियन पोल से सहमत होने से इनकार किया है। 1 सितंबर को जारी ओपिनियन पोल में बीजेपी को 59 फीसदी वोट और कांग्रेस को मात्र 33 फीसदी वोट मिलता दिख रहा था।
- सौराष्ट्र-कच्छ इलाके की 54 सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों को 44-42 फीसदी वोट मिलने के आसार। बीजेपी को 23 फीसदी का नुकसान जबकि कांग्रेस को 16 फीसदी वोटों का फायदा हो रहा है। कच्छ-सौराष्ट्र में पाटीदारों की आबादी ज्यादा। पाटीदारों का रुझान कांग्रेस की तरफ बढ़ा है। 1 सितंबर को जारी ओपिनियन पोल में बीजेपी को 65 फीसदी वोट और कांग्रेस को मात्र 26 फीसदी वोट मिलता दिख रहा था।
- लोकनीति और सीएसडीएस ने मिलकर किया है ओपिनियन पोल का सर्वे।
- एबीपी न्यूज पर शुरू होने जा रहा है गुजरात का ओपिनियन पोल
बता दें कि गुजरात विधान सभा चुनाव में एक महीने ही रह गए हैं। पहले चरण की वोटिंग 9 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण में 14 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव जीतने के लिए अपनी-अपनी ताकत झोंक दी है। बीजेपी के लिए यह चुनाव नाक की लड़ाई बनी हुई है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह गुजरात से ही आते हैं। अलबत्ता इन दोनों नेताओं का तूफानी चुनावी दौरा और चुनावी सभाएं गुजरात में हो रही हैं। उधर, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी नए तेवर और अंदाज में गुजरातियों को लुभाने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं। पाटीदार आरक्षण के नेता हार्दिक पटेल भी चुनावों में अहम भूमिका निभाने वाले हैं। पाटीदारों को दोनों दल तोड़ने में लगे हैं।
182 सदस्यों वाले गुजरात विधानसभा का यह चौदहवां चुनाव होगा। फिलहाल 115 सदस्यों के साथ भारतीय जनता पार्टी गुजरात विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है। दूसरे नंबर पर कांग्रेस है लेकिन पिछले दिनों उसके कई विधायक कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। हालांकि, पिछले तीन चुनावों में कांग्रेस की सीटों में इजाफा हुआ है जबकि भाजपा की सीटों में कमी होती गई है। इस बार के चुनाव की एक खासियत यह भी है कि चुनाव आयोग पहली बार सभी बूथों पर वीवीपीएटी लगे ईवीएम से चुनाव कराएगी। गुजरात में 22 साल से बीजेपी की सरकार है।