देहरादून (संवाददाता : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि केदारनाथ धाम को भव्य स्वरूप प्रदान करना उनकी प्राथमिकता है। कहा कि ड्रोन के जरिये वे खुद भी केदारनाथ के पुनर्निर्माण कार्य को देखेंगे। प्रधानमंत्री ने प्रदेश सरकार को निर्देश दिए कि ऑल वेदर रोड का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर गुणवत्ता के साथ किया जाए।
बुधवार को प्रधानमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए प्रगति (प्रो एक्टिव गवनेर्ंस एंड टाइमली इंप्लीमेंटेशन) की समीक्षा की। इस दौरान मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि केदारनाथ में सरस्वती नदी पर तेजी से कार्य चल रहा है। मंदाकिनी नदी का कार्य स्वीकृत हो गया है, जल्द कार्य शुरू हो जाएगा। गरुड़चट्टी का कार्य भी मंजूर हो गया है, सव्रे कार्य चल रहा है। प्रधानमंत्री को मुख्य सचिव ने अवगत कराया कि उन्होंने दो बार मौके पर जाकर पुनर्निर्माण कायरे का जायजा लिया है। बर्फबारी के बावजूद निम द्वारा कार्य किया जा रहा है। वहां सीसीटीवी लगा दिए गए हैं।
प्रधानमंत्री ने चारधाम (ऑल वेदर रोड) निर्माण के लिए इस माह हुई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। कहा कि प्राथमिकता के आधार पर इस महत्वपूर्ण परियोजना को गुणवत्ता के साथ करना है। मुख्य सचिव ने बताया कि 11700 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 889 किमी सड़क निर्माण के लिए टाइमफ्रेम तय करके कार्य किया जा रहा है। केंद्र की ओर से 395 किमी के कार्य स्वीकृत हुए थे। इनमें से 340 किमी के कायरे को अवार्ड कर दिया गया है। सड़क की टू-लेनिंग के लिए भूमि जनवरी के पहले सप्ताह में सौंप दी जाएगी। मुआवजा के लिए प्राप्त 190 करोड़ रुपये में से 145 करोड़ रुपये 10 हजार किसानों को वितरित कर दिए गए हैं। नवम्बर में प्राप्त 28.54 करोड़ रुपये का वितरण एक हफ्ते में हो जाएगा। 250 हेक्टेयर वन भूमि का क्लीयरेंस हो गया है।
प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के बारे में मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य सरकार ने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउण्डेशन (डीएमएफ) का गठन कर निर्देशों का पालन किया गया है। डीएमएफ में खनिज क्षेत्र में प्रभावितों को चिकित्सा सुविधा, स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति, कल्याणकारी परियोजनाएं और प्रभावित क्षेत्रों में खनन से क्षति हुई पारिस्थितिकी की बहाली शामिल हैं।