देहरादून। संवाददाता। दून महिला अस्पताल में गर्भावस्था महिलाओं को खासा दिक्कतों से गुजरना पड़ रहा है। हालात ये है कि अस्पताल प्रशासन के पास सिर्फ दस ही बैड हैं। जबकी वहां रोजाना करीब 40 महिलाएं शिशुओं को जन्म देने के लिए आती हैं। सुविधाएं न होने के चलते उन्हें अस्पताल परिसर पर जमीन में ही लेटना पड़ता है।
इससें पहले भी कई दफा अस्पताल में असुविधाओं की बात सामने आ चुकी है। मगर स्वास्थय विभाग पर इसका कोई फर्क पड़ता नहीं दिख रहा है। हालत ये है कि अस्पताल के ही लोग इसका रोना रोते दिख रहे हैं। कई दफा ऐसे भी मामलें सामने आए हैं,
जब देर रात कोई गर्भावस्था महिला प्रसव को आनन-फानन में तिमारदारों के साथ पहंुचती है। मगर लाचार अस्पताल प्रशासन कराहती महिला को एक बैड तक मुहैया नहीं करवा सकता है। ऐसे में आर्थिक तौर पर कमजोर महिलाओं को शिशु जन्म देने के लिए दोगुने दर्द से गुजरना पड़ रहा है।