नैनीताल। कोरोना संक्रमण के लगभग सात माह बाद विद्यार्थियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम के साथ स्कूल खुले हैं। लेकिन स्कूल खुलने के एक सप्ताह में ही कई अध्यापक कोरोना संक्रमित आ चुके हैं। जिससे विद्यार्थियों को संक्रमण का खतरा बना हुआ है। शुक्रवार को नैनीताल स्थित राजकीय इंटर कॉलेज के एक अध्यापक के कोरोना संक्रमित होने से स्कूल में दहशत का माहौल बना हुआ है।
जानकारी के अनुसार अध्यापक का आरटीपीसीआर टेस्ट बृहस्पतिवार को किया गया था। उससे पहले वह स्कूल में मौजूद रहे थे। स्कूल प्रशासन ने विद्यार्थियों की सुरक्षा को देखते हुए सोमवार तक स्कूल बंद करने का ऐलान किया है। अध्यापक के पॉजिटिव की खबर सुनने के बाद स्कूल को सेनेटाइज करा दिया है। राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य राजेन्द्र सिंह अधिकारी ने बताया कि विद्यार्थियों की सुरक्षा की दृष्टि से स्कूल को सेनेटाइज कर रविवार तक के लिए बंद कर दिया गया है। स्कूल के ज्यादातर अध्यापकों का टेस्ट करा दिया गया है। तीन अध्यापकों का टेस्ट शनिवार को किया जाएगा। कोरोना काल के बाद दो नवंबर से सरकारी स्कूल खुल गए हैं। बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए पहले चरण में केवल दसवीं और बारहवीं की कक्षाओं के बच्चों के लिए स्कूल खोले गए हैं।
धीरे धीरे बढने लगी छात्र संख्या
स्कूल खुलने के शुरुआती दिनों में एक क्लास में दो से तीन बच्चे पहुंच रहे थे। इधर पिछले दो तीन दिनों में छात्र संख्या धीरे धीरे बढ़ने लगी है। अब छात्र संख्या बीस से 30 तक पहुंच गई है, हालांकि बच्चों और शिक्षकों के कोरोना संक्रमित आने के बाद डर भी सताने लगा है।