रामनगर(नैनीताल): पर्यटक अब कार्बेट पार्क में पहाड़ी उत्पाद मडुवे, चौलाई व झंगोरे के बिस्किट का स्वाद ले सकेंगे। इससे स्थानीय महिलाओं को रोजगार मिलेगा।
उत्पाद उगाने वाले किसानों को भी इसका लाभ होगा। इसके लिए कार्बेट प्रशासन महिलाओं को बिस्किट बनाने का प्रशिक्षण भी देगा। तैयार उत्पाद को अपने वन विश्राम गृह में बेचने में भी मदद करेगा।
स्थानीय महिलाओं को बिस्किट बनाने का प्रशिक्षण मिलेगा
कार्बेट जंगल से लगे गांव मोहान, चुकूम, सुंदरखाल, सावल्दे बाघ प्रभावित हैं। यहां के लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए निदेशक धीरज पांडेय ने मडुवा, चौलाई व झंगोरे से बिस्किट बनाने की योजना तैयार की है। इसके तहत विभाग स्थानीय महिलाओं को बिस्किट बनाने का प्रशिक्षण देगा।
इसमें इंस्टीट्यूट आफ होटल मैनेजमेंट के साथ ही होटल, रिसार्ट कारोबारियों से मदद ली जाएगी। महिलाओं की ओर से तैयार उत्पाद कार्बेट के भीतर ही ढिकाला, झिरना, बिजरानी, ढेला के कैंटीन में बिक्री के लिए रखे जाएंगे।
यह होगा लाभ
पहाड़ी उत्पादों को बढ़ावा मिलने से किसानों को भी फायदा होगा। वहीं महिलाओं को घर पर ही रोजगार भी मिल सकेगा। उनकी जंगल पर निर्भरता कम होगी तो मानव-वन्य जीव संघर्ष की घटनाओं में भी कमी आएगी।
कार्बेट की सीमा से सटे गांव के लोग ही मानव-वन्य जीव संघर्ष की घटनाओं से ज्यादा प्रभावित होते हैं। इसके दृष्टिगत वैकल्पिक आय सृजन सुनिश्चित करने के लिए महिलाओं को बेकरी उत्पादों का प्रशिक्षण देने की योजना है। विभाग उत्पादों को बनाने व विपणन में सहयोग भी करेगा।-डा. धीरज पांडेय, निदेशक कार्बेट टाइगर रिजर्व