हल्द्वानी : दिल्ली निवासी तीन युवकों ने आइआरडीए अधिकारी (बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण) बनकर देवलचौड़ के पिता-पुत्र से छह लाख रुपये की ठगी कर डाली। जब पुलिस ने जांच की तो पता चला है कि देश के विभिन्न प्रदेशों में इन ठगों ने करोड़ों की ठगी की है, जिसमें उत्तराखंड के अतिरिक्त पंजाब, यूपी, दिल्ली, हरियाणा आदि राज्य भी शामिल हैं। हल्द्वानी कोतवाली में मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी ने प्रेस वार्ता कर मामले का पर्दाफाश किया है।
पुलिस बहुद्देश्यीय भवन में गुरुवार को एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने प्रेसवार्ता कर बताया कि हल्द्वानी के देवलचौड़ निवासी राहुल शर्मा ने आठ जुलाई को कोतवाली में ठगी का मुकदमा दर्ज कराया था। एसआइ संजीत राठौर ने आरोपितों के मोबाइल नंबर की लोकेशन जांची तो दिल्ली के लक्ष्मी नगर मेट्रो स्टेशन के पास स्थित भवन डी -125 / ए की तीसरी मंजिल में छापेमारी की गई। यहीं से ठगी का कार्यालय संचालित होता था।
छापोमारी के दौरान पुलिस ने मौके से अकबर लाइन, ओवला, आमिया नगर, थाना साहिनबाग दक्षिणी पूर्वी दिल्ली निवासी 29 वर्षीय आदिल सिद्दीकी, मकान नंबर 936, गली नंबर 12, भजनपुरा, थाना शहादरा, पूर्वी दिल्ली निवासी 30 वर्षीय सरफराज आलम, सी-100, ठोकर नंबर आठ, थाना माहिनवाग, दक्षिण पूर्वी दिल्ली निवासी 26 वर्षीय फैजल खान को गिरफ्तार किया। इनके पास से भारी मात्रा में ठगी में प्रयोग किए जाने वाले दस्तावेज भी बरामद किए गए। आरोपितों के खिलाफ धारा 420, 120 बी आइपीसी व 66 डी आइटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस टीम में हेड कांस्टेबल दीपक अरोरा, त्रिलोक सिंह, भानु प्रताप, सुंदर रौतेला आदि शामिल थे।
12 लाख थी बीमा परिपक्वता राशि
राहुल शर्मा के पिता प्रीतम शर्मा ने भारतीय एक्सा इंश्योरेंस कंपनी में स्वास्थ बीमा कराया था। बीमा की परिपक्वता राशि 12 लाख रुपये जनवरी 2021 में पूरी हो गई थी, जिसे पाने के लिए उन्होंने गूगल से कस्टमर केयर नंबर ढूढ़ा। जहां से दीपक नाम के ठग ने खुद को आइआरडीए अधिकारी बता कर बात करनी शुरू की। आरोपित ने कथित आइआरडीए डायरेक्टर, टीएम नायक, राकेश लोखंडे आदि बनकर इन्श्योरेंस धनराशि रीफंड किए जाने को धनराशि मांगी। इसी दौरान अप्रैल में प्रीतम की मृत्यु हो गई। ऐसे में उनके बेटे राहुल शर्मा ने भी उसी नंबर पर बात करना शुरू किया। जहां से छह लाख की ठगी कर ली गई। यह धनराशि फैजल खान, रितेश कुमार, अंजूवी हरबलानी के खाते में भेजी गई, जिसके बाद पीडि़त को ठगी का एहसास हुआ। पुलिस ने ठगों के कब्जे से लैपटाप, मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, बीमित ग्राहक विवरण, नकदी आदि बरामद की है।
मास्टर माइंड है फरार
ठगी के मास्टर माइंड बताए जा रहे गांधीनगर दिल्ली निवासी आदर्श कुमार शुक्ला व फिरोज खान फरार हैं। बताया जा रहा है कि दोनों गोवा में घूम रहे हैं। पुलिस ने दोनों युवकों को वांछित करार दिया है।