लालकुआं। गौला नदी में उपखनिज चुगान का लक्ष्य पूरा होने पर आज यानी सोमवार से बंद हो जाएगी। जिसके बाद दूर प्रदेशों से रोजी रोटी के लिए यहां आए मजदूर भी अपने वतन को लौटने लग गए हैं। जबकि साढ़े सात हजार वाहन चालकों के चक्के जाम हो जाएंगे।
सोने की खान के नाम से जाने जाने वाली गौला नदी से हर वर्ष सरकार को करोड़ों रुपए का राजस्व अर्जित होता है। इस बार भी 166 करोड़ रुपए का राजस्व देने के बाद आज गौला नदी बंद हो जाएगी। केंद्रीय मृदा जल संरक्षण की टीम द्वारा गौला नदी का सर्वे कर 32 लाख 97 हजार घनमीटर चुगान का लक्ष्य दिया था। सोमवार को करीब 25 हजार घनमीटर उपखनिज का लक्ष्य ही बचा है। जिसके चुगान के बाद सोमवार शाम से गौला नदी बंद हो जाएगी।
जबकि गौला नदी में उप खनिज चुगान का कार्य करने वाले साढ़े सात हजार वाहनों के चक्के जाम हो जाएंगे। इसके अलावा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से खनन कारोबार से जुड़े हजारों लोग भी बेरोजगार हो जाएंगे। इधर गौला नदी में हाड़तोड़ मेहनत कर रोजी रोटी की व्यवस्था के लिए दूर प्रदेशो से यहां आने वाले श्रमिकों ने अपने वतन को जाना शुरू कर दिया है। वन निगम के डीएलएम वाई के श्रीवास्तव बताया कि एक दिन का ही उपखनिज बचा है। जिसके बाद गौला नदी को चुगान के लिए बंद कर दिया जाएगा।
खनन लक्ष्य बढ़ाने के लिए प्रयासरत हूं : दुम्का
मानसून सत्र के आने में अभी काफी समय है। इसलिये गौला नदी के खनन कारोबारी काफी समय से खनन का लक्ष्य बढ़ाने की मांग कर रहे है। जिसको देखते हुए विधायक नवीन दुम्का ने कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत, खनन सचिव समेत तमाम उच्चाधिकारियों से वार्ता की है। उन्होंने बताया कि जल्द ही इस दिशा में कुछ सकारात्मक कार्यवाही होगी।