गरमपानी : आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे को दुरुस्त करने के लिए विभाग ने कमर कस ली है। हाईवे पर पड़े मलबे को हटाने के लिए आठ मशीनें लगाई जाएंगी। विभाग ने हाईवे पर किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए 11 से 14 नवंबर हाइवे पर आवाजाही पूर्ण प्रतिबंधित कर दी है। इस दौरान हाईवे पर रूट डायवर्ट रहेगा।
अक्टूबर में हुई मूसलधार बारिश के बाद कुमाऊं की लाइफलाइन अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे को भारी नुकसान पहुंचा था। पांच दिन आवाजाही ठप होने के बाद बमुश्किल दोपांखी क्षेत्र में 500 मीटर पहाड़ी काटकर रास्ता तैयार कर बमुश्किल आवाजाही शुरू कराई गई, मगर अब भी भोर्या बैंड, लोहाली, जौरासी, काकड़ीघाट, सियालखेत, सुयालबाड़ी, खीनापानी, क्वारब तक मलबा पड़ा है। एनएच के सहायक अभियंता जीसी पांडे के अनुसार इसे हटाने के लिए 11 से 14 नवंबर तक हाईवे पर आवाजाही बंद की गई है। इस दौरान युद्धस्तर पर मलबा हटाने के लिए भारी भरकम लोडर मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा।
रहेगा डायवर्जन
तीन दिन अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईव बंद रहने पर इस दौरान तराई से पहाड़ जाने वाले वाहन भवाली से रामगढ़ व रानीखेत जाने वाले वाहन खैरना होते हुए जाएंगे। वहीं अल्मोड़ा से हल्द्वानी जाने वाले वाहन वाया रानीखेत, क्वारब से वाया रामगढ़ होते हुए भवाली निकलेंगे।