रामनगर : कार्बेट टाइगर रिजर्व में पांच माह मां कंचभा के साए में पले बढ़े सावन हाथी की अब ट्रेनिंग शुरू हो गई है। वह इन दिनों उठने बैठने चलने व रूकने का आदेश मानने की ट्रेनिंग ले रहा है। विभाग उसे अब मां से भी अलग करने की तैयारी कर रहा है। ताकि वह ठीक तरह से अपनी टे्रनिंग पूरी कर सके। ट्रेनिंग की शुरुआत में परेशान करने वाला सावन अब जंगल से अपनी पीठ पर रखकर चारा ला रहा है।
कार्बेट टाइगर रिजर्व में कर्नाटक से नौ हाथियों के साथ आई कंचंभा ने दो अगस्त वर्ष 2018 को एक बच्चे को जन्म दिया था। जिसका नाम सावन रखा गया। कार्बेट प्रशासन हर साल उसका जन्मदिन धूमधाम से मनाता आ रहा है। दो माह बाद दो अगस्त को वह चार साल का हो जाएगा। चूंकि अब वह बड़ा हो रहा है तो काट प्रशासन ने तीन माह पूर्व से उसकी ट्रेनिंग शुरू कर दी है।
ट्रेनिंग के दौरान वनकर्मी काफी सतर्कता बरतते हैं। स्वभाव से नटखट होने की वजह से वह वन कर्मियों को मारने के लिए उन पर हमले करने से भी नहीं चूकता है। सीटीआर के पशुचिकित्साकारी दुष्यंत शर्मा ने बताया कि सावन की ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है। उसे अब मां से अलग कर दिया जाएगा। वह काफी नटखट है। वह खुद को या दूसरों को नुकसान न पहुंचाए, इसलिए उसे अब बांध कर रखा जाता है।
कार्बेट टाइगर रिजर्व में कर्नाटक से नौ हाथियों के साथ आई कंचंभा ने दो अगस्त वर्ष 2018 को एक बच्चे को जन्म दिया था। जिसका नाम सावन रखा गया। कार्बेट प्रशासन हर साल उसका जन्मदिन धूमधाम से मनाता आ रहा है। दो माह बाद दो अगस्त को वह चार साल का हो जाएगा। चूंकि अब वह बड़ा हो रहा है तो काट प्रशासन ने तीन माह पूर्व से उसकी ट्रेनिंग शुरू कर दी है।
ट्रेनिंग के दौरान वनकर्मी काफी सतर्कता बरतते हैं। स्वभाव से नटखट होने की वजह से वह वन कर्मियों को मारने के लिए उन पर हमले करने से भी नहीं चूकता है। सीटीआर के पशुचिकित्साकारी दुष्यंत शर्मा ने बताया कि सावन की ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है। उसे अब मां से अलग कर दिया जाएगा। वह काफी नटखट है। वह खुद को या दूसरों को नुकसान न पहुंचाए, इसलिए उसे अब बांध कर रखा जाता है।