रामनगर: उत्तराखंड बोर्ड का रिजल्ट घोषित होने पर छात्र अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हैं। यही वजह है कि अभी तक किसी भी छात्र द्वारा दोबारा परीक्षा कराए जाने की कोई सूचना उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद को नहीं मिली है। ऐसे में परिषद को दोबारा परीक्षा कराने की जद्दोजहद नहीं उठानी पड़ेगी।
उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने 31 जुलाई को 10 वीं व 12 वीं का रिजल्ट घोषित किया था। छात्रों को कक्षा नौ में मिले अंकों के 75 प्रतिशत व हाईस्कूल के आंतरिक परीक्षा में मिले अंकों के 25 प्रतिशत नंबर के आधार पर हाईस्कूल का रिजल्ट तैयार हुआ था। इसी तरह इंटर के रिजल्ट बनाने के लिए छात्रों को हाईस्कूल में मिले नंबरों के 50, 11 वीं में मिले नंबरों के 40 व 12 वीं में आंतरिक परीक्षा में मिले नंबरों के दस प्रतिशत नंबर लिए गए थे। सीबीएसई की तर्ज पर उत्तराखंड बोर्ड ने भी नंबरों से संतुष्ट नहीं होने वाले 10 व 12 के छात्रों को दोबारा परीक्षा देने का मौका दिया था।
इसके लिए एक अगस्त को परिषद ने सूचना भी प्रसारित की। जिसमें कहा गया था कि नंबरों से संतुष्ट नहीं होने वाले छात्र दोबारा परीक्षा देने के लिए 31 अगस्त तक आवेदन भेज सकते हैं। यह आवेदन विद्यालयों के जरिए परिषद कार्यालय को प्राप्त होंगे। परिषद के अधिकारियों ने बताया कि 15 दिन से ज्यादा होने के बाद भी अभी तक दोबारा परीक्षा के लिए कोई आवेदन आने की कोई सूचना नहीं है। माना जा रहा है कि छात्र बोर्ड से मिले नंबरों से संतुष्ट है।