महानगर में राज्य के पहले फाइनेंशियल टास्क फोर्स का गठन किया गया है। टीम कुमाऊंभर के आर्थिक, वित्तीय व मल्टीलेवल मार्केटिंग फ्राड समेत गंभीर प्रकरणों की जांच करेगी। शुक्रवार को एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने बहुउद्देशीय भवन में बने फाइनेंशियल टास्क फोर्स कार्यालय का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि वित्तीय और आर्थिक धोखाधड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं। इन मामले की त्वरित जांच व मानीटरिंग के लिए फाइनेंशियल टास्क फोर्स का गठन किया गया है।
कुमाऊं में आर्थिक अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। साइबर क्राइम से लेकर फ्राड के मामले बड़ी संख्या में आए दिन सामने आ रहे हैं। इन पर प्रतिबंध लगाने के लिए ही फाइनेंसियल फ्राड का गठन किया गया है। इसके तहत गैंगस्टर एक्ट, एनडीपीएस एक्ट, वित्तीय और आर्थिक धोखाधड़ी, भूमि और भवन रैकेट, मल्टीलेवल मार्केटिंग फ्राड, बैंक के फ्राड, चिटफंड, नकली वीजा व पासपोर्ट, नौकरी संबंधित फ्राड, बौद्धिक संपदा अधिकार, मनी लांड्रिंग, जैसे मामले की जांच की जाएगी।
बैंक, केंद्र व राच्य सरकार के विभागों और निजी कंपनियों सहित तमाम एजेंसियों को दस्तावेजों की जांच में शामिल किया गया है। फाइनेंशियल टास्क फोर्स सरकारी, अर्द्धसरकारी विभाग, वित्त मंत्रालयों, वाणिच्य, कार्पोरेट, आरबीआइ, एफआइयू, सीईआइबी, सेबी और अन्य नियामक संस्थानों के साथ संपर्क बनाए रखेगी।