हल्द्वानी : आमतौर विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकों के लिए चक्कर लगाने पड़ते हैं या आनलाइन मंगाने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है। ऐसी दिक्कतों को दूर करने के लिए एमबीपीजी कालेज में प्रो. सीएस नेगी के प्रयासों से रीडिंग हाल तैयार हुआ है। जिसमें विद्यार्थियों को यूजीसी नेट व प्रतियोगी परीक्षा समेत कई पुस्तकें आफलाइन पढऩे के लिए उपलब्ध हो रही हैं।
यूजीसी और नैक समन्वयक प्रो. सीएस नेगी का कहना है विद्यार्थियों को एक ही जगह पर सभी पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए उन्होंने इस पर काम करना शुरू किया। इससे पूर्व वह पिथौरागढ़ में भी इसी तरह से रीडिंग हाल तैयार करवा चुके हैं। दो साल पूर्व से उन्होंने एमबीपीजी कालेज हल्द्वानी में भी रीडिंग हाल बनाने के प्रयास करने शुरू किए।
उन्होंने जनप्रतिनिधियों और आर्थिक रूप से संपन्न कारोबारियों,अधिकारियों और संस्थाओं से करीब 1.70 लाख रुपये जमा किए। प्राचार्य के निर्देशन में महाविद्यालय में रीडिंग हाल तैयार किया। जिसमें फिलहाल एक बार में 70 विद्यार्थियों के बैठने की जगह है। इसके खुलने का समय सुबह दस बजे से शाम सात बजे तक है। उन्होंने बताया ऐसे छात्र जो आनलाइन के बजाय पुस्तकों से पढऩा अधिक पसंद करते हैं, उनके लिए यह पढ़ाई करने की काफी अच्छी जगह है।
कुमाऊंनी साहित्य समेत शोध पत्र भी उपलब्ध
रीडिंग हाल में यूजीसी नेट, पीएचडी के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय लेखकों की पुस्तकें उपलब्ध हो रही हैं। विभिन्न शोध पत्र भी यहां उपलब्ध हैं। मानव इतिहास, कुमाऊंनी और गढ़वाली और पहाड़ की परंपराओं को जानने के इच्छुक विद्यार्थियों को भी पुस्तकें उपलब्ध हो रही हैं। इसके अलावा प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए पुस्तकें उपलब्ध हैं। प्रोजेक्टर के माध्यम से भी पढ़ाई की सुविधा है।