भीमताल : झील के पानी में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाने के लिए 12 करोड़ रुपये से एरियेशन प्लांट नौकुचियाताल में लगाया गया था। जो एरियेशन प्लांट का कार्य देख रही कंपनी का डेढ़ करोड़ रुपया का भुगतान न होने पर कंपनी ने कार्य बंद कर दिया है। काम बंद होने से प्लांट में लगी करोड़ों रुपये की मशीन जंक खा रही है।
एरियेशन प्लांट का कार्य कर रही ग्लोबल एक्वा कंपनी ने अब योजना से हाथ खींच लिए हैं। शासन द्वारा पूर्व में आश्वासन दिए जाने पर बामुश्किल कार्य शुरू कराया था। नौकुचियाताल झील में पानी में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने के लिए करोड़ों की मशीन को लगाया गया। एशियन डवलपमेंट बैंक के सहयोग से इन्फ्रास्ट्रैक्चर डवलपमेंट प्रोग्राम फार टूरिज्म के तहत इसको संचालित किया गया। इसको लगाने के बाद से नौकुचियाताल में झील का पानी न केवल साफ हुआ बल्कि जाड़ों में जो ऑक्सीजन की कमी से मरने वाली मछलियों की संख्या भी काफी कम हो गई।
एरियेशन के बंद होने से स्थानीय लोंगों में काफी आक्रोश है। जिला पंचायत सदस्य अनिल चनौतिया ने बताया कि यदि शीघ्र दोबारा से कार्य को शुरू नहीं किया गया तो क्षेत्र की जनता ना केवल आंदोलन करेगी बल्कि आमरण अनशन तक करेंगी। स्थानीय जनता ने प्रशासनिक अधिकारियों से शीघ्र से शीघ्र प्लांट को शुरू करने की मांग की है। ग्लोबल एक्वा कंपनी के मैनेजर आनंद कोरंगा ने बताया कि कंपनी का लगभग डेढ़ करोड़ रुपये शासन स्तर पर लंबित है। ऐसे में कंपनी के द्वारा एरियेशन प्लांट को संचालित करना अब संभव नहीं है। इसलिए प्लांट को बंद कर दिया गया है।