कारोबारी पवन कन्याल की मौत हत्या या आत्महत्या, जांच में उलझी पुलिस

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हल्द्वानी : कारोबारी पवन कन्याल की मौत ने पुलिस की जांच पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। लापता कारोबारी अंतिम बार नैनीताल-हल्द्वानी मार्ग पर भुजियाघाट के पास सीसीटीवी में कुछ युवकों के साथ दिखा था। उसकी कार भी सड़क किनारे लावारिश मिली थी। पुलिस मान रही है कि शव एक माह पुराना है, यदि शव पुराना है तो सर्च ऑपरेशन चलाते समय वह बरामद क्यों नहीं हो सका। पवन के साथ सीसीटीवी कैमरे में दिखे युवकों की तस्दीक कर गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। पुलिस अब खुद उलझ गई है कि कारोबारी की हत्या हुई या आत्महत्या।

मृतक के स्वजनों के अनुसार 16 अगस्त को शाम पांच बजे पवन कन्याल पुत्र किशन कन्याल टीपीनगर में जाने की बात कहकर गया था। लेकिन वह टीपी नगर के बजाय नैनीताल-हल्द्वानी मार्ग पर भुजियाघाट के पास कैसे पहुंच गया। उनका कहना है कि 16 अगस्त की रात को ही पवन की गुमशुदगी कोतवाली में दर्ज करा दी गई थी। 17 अगस्त को पुलिस ने भुजियाघाट में सड़क किनारे उसकी कार बरामद की थी। पास में एक कैंटिन में लगे सीसीटीवी कैमरे में पवन अंतिम बार तीन युवकों के साथ दिखाई दिया। अनहोनी की आशंका जताकर पुलिस ने आसपास के क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया।

इसके लिए डॉग स्क्वायड, बम निरोधक दस्ता की भी मदद ली गई। दो तीन दिन तक तलाशी के बाद पुलिस ने उक्त क्षेत्र में तलाशी अभियान को रोक दिया था। मृतक की बहन निर्मला व ज्योति का आरोप है कि पुलिस ने उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने अपने भाई को बंधक बनाने का शक जताया था। इसकी जानकारी पुलिस को दी तो इसे इग्नोर कर दिया गया। उनका कहना है कि भाई के शव को कुछ दिन पहले ही मारकर फेंका गया है। जब से वह लापता हुआ कई बार बारिश व नाले भी आए। जिससे शव बह सकता था। लेकिन उनके भाई का शव कुछ दिन पुराना है। उसके कपड़े भी ज्यादा कीचड़ में नहीं सने हैं।

दो माह की मिशिता और चार साल की सांची के सिर से उठा पिता का साया

पवन की मौत के बाद उसकी दो माह की बेटी मिशिता और चार साल की बेटी सांची के सिर से पिता का साया उठ गया। दोनों नासमझ मासूमों का पता नहीं कि इस दुनिया में अब उनके पिता नहीं रहे। पिता की मौत की खबर जैसे ही पवन के घर पहुंची तो कोहराम मच गया। पत्नी बसंती कन्याल और मां धर्मा कन्याल बेहोश हो गए। देर शात तक पत्नी सदमे से बाहर नहीं आ सकी थी। वहीं मां बेटे की मौत पर आंसू नहीं थाम पा रही थी। दो बहनें निर्मला और ज्योति का भी रो रोकर बुरा हाल था। मां धर्मा कन्याल तो बेटे को याद कर खुद को कोस रही थी। कह रही थी कि उनका बेटा साहसी और मजबूत था वह ऐसे जिंदगी से नहीं हार सकता है। उसे किसी ने मार दिया है। स्वजनों ने मामले की निष्पक्ष जांच कर आरोपितों पर कार्रवाई की मांग की है।

तीन बहनों का इकलौता भाई था पवन

पवन कन्याल काफी मिलनसार स्वभाव का था। उसके व्यवहार से मोहल्ले के बच्चे, बुजुर्ग सभी कायल थे। वह तीन बहन निर्मला,ज्योति व कामनी का इकलौता भाई था। पवन की मौत की खबर सुनकर उनके पडोसी और रिश्तेदार घर में पहुंचकर स्वजनों को ढांढस बधा रहे थे।

मृत्युंजय पूजा की थी तैयारी

पवन की बरामदगी के लिए परिजनों ने अपने स्तर से काफी खोजबीन की लेकिन उसका पता नहीं चल सका। उसकी बरामदगी के लिए उन्होंने घर में मृत्युंजय पूजा की तैयारी कर ली थी। एक दो दिन में पूजा होनी थी लेकिन इससे पहले अपहोनी की खबर ने परिजनों को तोड़कर रख दिया। वहीं एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने बताया कि जंगल में मिला पवन कन्याल का शव काफी पुराना है। पुलिस टीमें लगातार उसकी तलाश कर रही थी। उसकी हत्या हुई या आत्महत्या इसका पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पता चलेगा।

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