रामनगर : कार्बेट टाइगर रिजर्व के जंगल में बाघों के अलावा रंगबिरंगी तितलियों का भी बसेरा है। इस बार कार्बेट के जंगल की बाहरी सीमा में नई प्रजाति की एक तितली की मौजूदगी मिली है। उसे भी तितलियों की चेक लिस्ट में शामिल किया जाएगा।
किसी भी क्षेत्र में तितलियों की मौजूदगी इस बात का संकेत होती है कि उस क्षेत्र का वातावरण बेहतर है। कार्बेट के जंगल में विभाग द्वारा पिछले साल पहली बार सहयोगी संगठनों की मदद से तितलियों की मौजूदगी का पता लगाया था। टीमों द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों में तितलियों के फोटो खींचकर उनके बारे में जानकारी एकत्रत की गई थी। तब 143 प्रकार की तितलियों की मौजूदगी कार्बेट में मिली थी। जबकि सात प्रकार की तितलियां पहले से ही मौजूद थी।
कुल 150 प्रकार की तितलियों को विभाग ने अपनी चेक लिस्ट में शामिल किया था। क्षेत्र में तितलियों के संरक्षण के लिए कार्य कर रहे प्रकृतिविद् संजय छिम्वाल को बिजरानी रेंज की सीमा में एब्रियेट बुशब्लू तितली मिली है। छिम्वाल ने तितली की फोटो लेने के बाद उसकी जानकारी जुटाई।
छिम्वाल ने बताया कि यह तितली उत्तराखंड में पहले भीमताल के आसपास व ऊंचाई वाली जगह में दो बार रिकार्ड हुई है। कार्बेट व उसके आसपास के क्षेत्र में यह तितली पहली बार नजर आई है। इसे भी सीटीआर द्वारा बनाई गई तितलियों की चेक लिस्ट में शामिल कराया जाएगा। अब कार्बेट के जंगल में 151 प्रकार की तितलियां हो चुकी है।
सीटीआर निदेशक राहुल का कहना है कि सीटीआर में तितलियों की अच्छी मौजूदगी है। यह पर्यावरण की शुद्धता भी बताती है। कार्बेट में इनका संरक्षण किया गया है। जो तितली मिली है, उसे कार्बेट की तितलियों की चेकलिस्ट में शामिल किया जाएगा।