नैनीताल। रामनगर आ रहे पर्यटक लगातार कोरोना पॉजिटिव आने लगे हैं। पर्यटकों की वजह से संक्रमण फैलने का भी खतरा बना हुआ है। ऐसे में पर्यटकों के संपर्क में आए रामनगर के लोगों की भी कोरोना की जांच की जा रही है। इसके अलावा कोरोना पॉजिटिव पर्यटक मिलने से एक होटल के पूरे स्टाफ की जांच होगी। उत्तराखंड शासन ने बाहर से आने वाले लोगों के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट लानी जरूरी कर दी है। कोरोना के केस रामनगर में बढ़ते जा रहे हैं। मार्च में ही पांच पर्यटकों समेत 115 लोग पॉजिटिव आए हैं। अन्य राज्यों से पर्यटक रामनगर पहुंच रहे हैं। हल्दुआ बार्डर पर उनकी आरटीपीसीआर जांच की गई। रिपोर्ट आने पर वह पॉजिटिव पाए गए हैं।
कोविड के नोडल अधिकारी डा. प्रशांत कौशिक ने बताया कि गुडग़ांव, गाजियाबाद, नोएडा से आए पांच पर्यटक कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। पांचों लोग अलग-अलग होटलों में ठहरे थे। उनके संपर्क में आए होटल स्टाफ के 15 लोगों की जांच अब तक की गई है। इसके अलावा पॉजिटिव पर्यटक के संपर्क में आए एक होटल के पूरे स्टाफ की जांच शुक्रवार व शनिवार को की जाएगी। वहीं दूसरी ओर कोरोना से पर्यटन को होने वाले नुकसान को देखते हुए जिप्सी मालिकों ने सीटीआर निदेशक से कॉर्बेट के गेट पर पर्यटकों की जांच रिपोर्ट नहीं मांगने की मांग की है। निदेशक ने पर्यटन को देखते हुए आश्वस्त किया कि अब गेट पर जांच रिपोर्ट नहीं मांगी जाएगी।
बुकिंग निरस्त होने से जिप्सी मालिक चिंतित
कोरोना के केस बढऩे से निरस्त हो रही बुकिंग ने कॉर्बेट के जिप्सी मालिकों को भी चिंता में डाल दिया है। पर्यटन कारोबार ठप होने की आशंका से घबराए जिप्सी चालकों ने विधायक प्रतिनिधि मदन जोशी को ज्ञापन सौंपा। कॉर्बेट पार्क में पर्यटकों को सफारी कराने वाले जिप्सी मालिक गुरुवार को विधायक दीवान सिंह बिष्ट के कार्यालय पहुंचे। लेकिन विधायक नहीं मिल पाए। उन्होंने विधायक प्रतिनिधि मदन जोशी का घेराव कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। जिप्सी मालिकों का कहना था कि रामनगर बार्डर पर पर्यटकों का आरटीपीसीआर टेस्ट किया जा रहा है। ऐसे में पर्यटक अपनी कई बुकिंग निरस्त कर चुके हैं। इसका असर जिप्सी मालिकों व अन्य पर्यटन कारोबारियों पर पड़ सकता है। उन्होंने मांग की है कि बाहर से आ रहे लोगों का आरटीपीसीआर टेस्ट बार्डर पर नहीं किया जाए।