हल्द्वानी : छह वर्ष से निर्माणाधीन आयुर्वेदिक अस्पताल का भवन बनकर तैयार हो गया है। आचार संहिता के बाद 50 बेड के इस अस्पताल के खुलने की उम्मीद है। इसके लिए फर्नीचर व उपकरण खरीद की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह कुमाऊं का पहला आयुर्वेदिक अस्पताल है, जहां मरीज भर्ती होंगे।
हल्द्वानी स्टेडियम के सामने वर्ष 2016 से आयुर्वेद भवन बन रहा है, जिसका निर्माण प्रदेश निर्माण निगम कर रहा है। कभी निर्माण एजेंसी की लापरवाही तो कभी शासन से बजट न आने की वजह से काम लटकता रहा। अब नौ करोड़ 78 लाख रुपये की लागत से अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
सीडीओ ने निरीक्षण कर गिनाई थीं कई कमियां
दो साल पहले तत्कालीन सीडीओ विनीत कुमार ने निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया था। उन्होंने अस्पताल का निर्माण निर्धारित फार्मेट के तहत नहीं होना बताया था। कई अन्य कमियां भी गिनाई थीं। इसके लिए निर्माण एजेंसी को नोटिस भी दिया गया था। जिला आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डा. एमएस गुंज्याल ने बताया कि सीडीओ ने जिन कमियों की ओर इंगित किया था। हस्तांतरण से पहले भी चेक किया जाएगा।
खरीद के लिए निदेशक ने बनाई टीम
अब अस्पताल के लिए उपकरणों और फर्नीचर की जरूरत है। इसके लिए आयुर्वेद विभाग के निदेशक डा. अरुण कुमार त्रिपाठी ने टीम गठित की है। दो करोड़ 60 लाख रुपये की खरीदारी होनी है। इसके लिए प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
15 डाक्टर होंगे तैनात
50 बेड के इस आयुर्वेद अस्पताल में करीब 15 आयुर्वेदिक डाक्टर तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा अन्य स्टाफ भी तैनात किए जाएंगे। कुछ डाक्टर स्थायी और बाकी स्टाफ को आउटसोर्स के जरिये तैनात किया जाना है। यह स्टाफ केंद्र सरकार के बजट से होगा।
जिला आयुर्वेद व यूनानी अधिकारी डॉ एमएस गुंज्याल ने बताया कि आयुर्वेद अस्पताल के लिए नया भवन बनकर तैयार हो गया है। आचार संहिता के बाद इसके हस्तांतरण की प्रक्रिया हो सकती है। उपकरण व फर्नीचर के लिए बजट की डिमांड की गई है।