नैनीताल। कुमाऊं में मौसम बदल गया है। हल्द्वानी में बादल छाए हैं। जबकि बागेश्वर जिले में तेज अंधड़ चलने से देवनाई, बघरतोला गांव के पास पेड़ टूट कर बिजली के तार और खंभों पर गिर गए। जिससे 25 गांवों की विद्युत आपूर्ति रात भर ठप रही। वहीं, कपकोट क्षेत्र में हाइटेंशन लाइन क्षतिग्रस्त होने बिजली व्यवस्था ढेर हो गई। उधर, रीमा क्षेत्र में तेज हवाएं चलने से खड़िया खदान क्षेत्रों से उठ रही धूल से लोगों का जीना मुहाल हो गया है।
बागेश्वर में बीती बुधवार की देर रात जिले में जोरदार अंधड़ चली। जिससे देवनाई, बघरतोला गांव के समीप चीड़ के पेड़ ढह गए। जिससे बिजली की लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। वहां 25 गांवों के लोगों ने रात अंधेरे में काटी। बघरतोला, कोटतुलारी, देवनाई, घिरतोली, नौगांव, पचना, कफलडुंगा, रणकुरी, रिठार, सीरखोला, भतड़िया, सरोली, तुनिया, डुंगलोट, हरबगड़, भिटारकोट, सिमपुर, थाकला, कोहिना, चमोली, खितोली, मोतिहारी, बड़ेत, बिमोला, मालदे, सिटोली, आंणा, दरणा, पोखरी, बनतोली आदि गांवों की आपूर्ति पूरी तरह चरमरा गई है। वहीं, कपकोट ब्लाक में भैंसखाली, तुड़तुड़िया सड़क निर्माण के कारण बिजली की हाइटेशन लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। जिससे सौंग, सलिंग, काफली, कमेड़ा, पेठी, कफलानी, सुमगढ़, चौड़ास्थल, हरकोट, घिरकोट, रिखाड़ी, मुनार, सूपी, लाहुर, परमटी, गांसी, पुई, पतियासार आदि गांवों की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है।
लोगों ने शीघ्र आपूर्ति बहाल करने की मांग की है। इधर, ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता भास्कर पांडे ने बताया कि आपूर्ति बहाल करने की कोशिश की जा रही है। इसके अलावा अंधड़ से रीमा क्षेत्र के खड़िया खदन क्षेत्रों से धूल उड़ने से स्थानीय लोग परेशान हो गए हैं। धूल से मकानों की छत, आंगन, खेत, पानी के स्रोत आदि प्रभावित हो गए हैं। सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश सुकराली ने क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगाया है।