विधानसभा चुनाव के दौरान यूपी बार्डर से कुमाऊं में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति का नाम व पता रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा। चाहे वह किसी भी विभाग का अधिकारी हो या किसी राजनीतिक दल का नेता ही क्यों न हो। डीआईजी कुमाऊं रेंज डॉ. निलेश आनंद भरणे ने इस संबंध में सख्त आदेश जारी करते हुए सभी जिलों की पुलिस को अलर्ट किया है।
उन्होंने बॉर्डर पर स्थित सभी चेकपोस्ट पर रजिस्टर रखकर आने वालों की पूरी जानकारी दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। ताकि बाहर से आने वाले सभी लोगों पर निगरानी रखी जा सके। डॉ. भरणे ने बताया कि आगामी चुनाव को लेकर पुलिस टीम पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। बॉर्डरों पर सख्ती की जा रही है।
इसके अलावा चुनाव में शराब आदि की तस्करी रोकने को भी विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अगर किसी भी बैरियर से अवैध शराब शहर तक पहुंच जाती है और यहां पकड़ी जाती है तो जांच के बाद बैरियर, चौकी व संबंधित थाना प्रभारी पर कार्रवाई की जाएगी।
ऐप से भी निगरानी
डीआईजी ने बताया कि चुनाव आयोग ने एक सीबीजी ऐप लांच किया है, इसमें कोई भी व्यक्ति चुनाव से संबंधित किसी नियम का उल्लंघन होने पर फोटो, वीडियो या ऑडियो अपलोड कर सकता है। इस पर चुनाव आयोग द्वारा सीधे कार्रवाई की जाएगी। चुनाव में होने वाली गतिविधियों को मद्देनजर थाना-चौकी प्रभारियों को भी एक-एक विशेष रजिस्टर रखने को कहा गया है। इसमें प्रत्येक दिन चुनाव से संबंधित गतिविधियां नोट की जाएंगी। जिसकी रिपोर्ट उन्हें मिलेगी, इसमें लापरवाही मिली तो कार्रवाई की जाएगी।
विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर 18 जनवरी को डीजीपी अशोक कुमार कुमाऊं और गढ़वाल के पुलिस अधिकारियों की बैठक लेंगे। इसके बाद चुनाव में किस तरह कार्य करें इसके लिए दिशा निर्देश देंगे। पुलिस चुनाव में शराब और पैसों की खेप पर विशेष नजर बनाए हुए है। कोविड कॉल में कोई चुनाव में खलल न डाले इसके लिए पुलिस तैयारियों में जुट गई है।