हल्द्वानी। अलग-अलग महकमों में तैनात इंजीनियरों ने खुद को जल्द कोरोना वैक्सीन लगाने की मांग की है। उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ ने कुमाऊं कमिश्नर को ज्ञापन सौंप कहा कि खतरे के बीच में कोविड ड्यूटी करने वाले अभियंताओं को कैंप लगाकर टीका लगाना चाहिए।
महासंघ के अध्यक्ष पंकज महरा व अन्य पदाधिकारियों ने ज्ञापन सौंप कहा कि कोरोना की रोकथाम को लेकर पिछले लॉकडाउन में अभियंताओं ने नोडल व सेक्टर मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी को पूरी इमानदारी से निभाया था। महामारी की दूसरी लहर में भी शासन व प्रशासन द्वारा तय दायित्वों का वह लोग निर्वहन कर रहे हैं। लेकिन बतौर फ्रंटलाइन योद्धा पिछले सत्र में काम करने के बावजूद अभी तक उन लोगों को बीमारी से बचाव के लिए वैक्सीन नहीं लगाई गई। जबकि उत्तराखंड में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। इसलिए जल्द कोरोना ड्यूटी में लगे इंजीनियरों को टीके की दोनों डोज लगनी चाहिए। ताकि वह बिना किसी डर के सावधानी बरतते हुए अपना काम कर सके।
रोडवेज कर्मचारियों को भूली सरकार: कोरोना की शुरूआत के साथ प्रवासियों की वापसी का सिलसिला अप्रैल में फिर शुरू हो गया था। रोडवेज चालक-परिचालक ने जान जोखिम में डाल दिल्ली, हरियाणा, पंजाब व उत्तर प्रदेश से लोगों को लाकर घरों तक पहुंचाया। इस दौरान कई निगम कर्मचारी संक्रमण की चपेट में भी आए। उसके बावजूद अभी तक वैक्सीन नहीं लगाई गई। जिससे कर्मचारियों व रोडवेज यूनियनों में काफी आक्रोश है।