नैनीताल। लामचौड़ के कुरिया गांव में क्रशर लगाने का मामला तूल पकड़ गया। सड़क जाम और बैठक के जरिये विरोध प्रदर्शन करने के बाद मंगलवार को ग्रामीण एसडीएम कोर्ट पहुँच गए। जहां तहसीलदार नितेश डांगर को ज्ञापन सौंप क्रशर अनुमति निरस्त करने की मांग की गई।
कुरिया गांव में क्रशर को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश पिछले एक हफ्ते से लगातार बढ़ रहा है। शनिवार को पूर्व जिला पंचायत सदस्य नीरज तिवारी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दी थी। इसके बाद सोमवार को बैठक कर आगे के विरोध को लेकर रणनीति बनाई गई। वहीं, एसडीएम कोर्ट पहुँचे जनप्रतिनिधियों व लोगों ने कहा कि क्रशर खुलने से आबादी में अराजकता का माहौल पैदा होगा। खनन वाहनों की तेज रफ्तार हादसों का ग्राफ भी बढ़ाएगी।
नियमानुसार जिस भी इलाके में स्टोन क्रशर व अन्य तरह की खनन गतिविधियों को स्थापित किया जाता है। उसमें स्थानीय लोगों की आपत्ति-अनापत्ति को भी शामिल किया जाता है। लेकिन कुरिया गांव में ग्रामीणों को नजरअंदाज कर दिया गया। जिस वजह से लोग और भड़क गए। पूर्व जिला पंचायत सदस्य नीरज तिवारी ने कहा कि अगर प्रसाशन ने अनुमति को रद्द नहीं किया तो जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा। किसी भी हाल में क्रशर नहीं लगने दिया जाएगा।